आपने अक्सर देखा ही होगा की चींटियां अक्सर झुंड में ही चलती हैं। आपने कई बार पेड़ो पर चीटियों को ऊपर चढ़ते या नीचे उतरते देखा ही होगा। चींटियां अक्सर सभी ऐसे काम झुंड में ही करती हैं। आप यदि गौर से देखें तो चींटियों के मुंह में आपको छोटे छोटे अंडे देखने को मिलते हैं।
लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर विचार किया हैं की आदमी के लिए मिलनसार कहे जाने वाले कुत्ते गाड़ी में बैठे लोगों के प्रति दुश्मनी का रवैया अपनाकर गाड़ी के पीछे क्यों दौड़ने लगते हैं। यदि आप देर रात तक यात्रा करेंगे तो आप पाएंगे कई बार कुत्ते बाइक सवार या कार के पीछे अचानक भौकते हुए दौड़ने लगते हैं। लेकिन ऐसा क्यों होता है और इस पर पशु विशेषज्ञों का विचार क्या है। आइये इस बारे में आपको बताते हैं।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
आपको बता दें की पशु विशेषज्ञों का इस विषय पर अपना अलग विचार है। उनका कहना है की वाहन के पीछे दौड़ने वाले कुत्ते की दुश्मनी असल में आप से नहीं होती है बल्कि उस कुत्ते से होती है जो आपके वाहन के टायरों पर अपनी गंध छोड़कर गए होते हैं। असल में कुत्तों के सूंघने की शक्ति काफी ज्यादा होती है जिसके कारण वे किसी भी दूसरे कुत्ते की गंध को काफी जल्दी सूंघ लेते हैं। आप इसको इस प्रकार से समझ सकते हैं की यदि कॉलोनी में एक नया कुत्ता आता है तो बाकी के कुत्ते उसको मिलकर वहां से भगा देते हैं।
यह है मामला
आपको जानकारी दे दें की कुत्तों का अपना क्षेत्र होता है। जिसमें वे किसी दूसरे कुत्ते की एंट्री को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। इसी तरह से जब उन्हें कार का बाइक के टायरों से दूसरे कुत्ते की गंध आती है तो उन्हें लगता है की उनके क्षेत्र में कोई बाहरी कुत्ता आ चुका है। इसी कारण वे आपकी बाइक या कार के पीछे दौड़ते हैं। कार या बाइक के घूमते टायरों से दौड़ते हुए कुत्ते को लगता है की सामने वाला कुत्ता उस पर आक्रमण करने के लिए तैयार हो रहा है। इस कारण कई लोग घबरा जाते हैं और वे अपने वाहन को तेजी से दौड़ाने लगते हैं।