नई दिल्ली। राजस्थान में भजनलाल शर्मा की सरकार के आने के बाद से अब आधारभूत संरचना के साथ विकास के लिए अंहम फैसले लिए जा रहे है। जिसके तहत   इस राज्य में क्षेत्रीय हवाई संपर्क में विस्तार लाने और पर्यटन के क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नागरिक विमानन नीति 2024 को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है

राजस्थान में हुई कैबिनेट की बैठक में आज विमानन क्षेत्र में आधारभूत ढांचे के विकास, बिजली क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दृष्टि से नियमों में संशोधन और गांधी दर्शन संग्रहालय के संचालन से जुड़े फैसले लिए गए है।

इसके साथ ही इस बदलाव में नीति विमानन प्रशिक्षण सुविधाओं के साथ, विमानन रखरखाव सेवाओं को बढ़ाने और एयरोस्पेस गतिविधियों को विकसित करने की दिशा पर काम किया जाएगा।  जिसके लिए किशनगढ़, झालावाड़ और भीलवाड़ा में फ्लाइंग स्कूल खोले जाएंगे और कोटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाए जाने को लेकर अहम फैसले लिए गए है।  जयपुर में एयरोसिटी बनाए जान के साथ वहां होटल, रेस्त्रां के साथ कई आधारभूत सुविधाएं भी दिए जाने की बात रखी गई है।

झालावाड़ के कोलाना में बनाई जा रही हवाई पट्टी के लिए दस एकड़ की जगह पर फ्लाइंग स्कूल खोला जाएगें। जिसके लिए जिला प्रशासन से पहले भी इसके बारे में  प्रस्ताव मांगे थे। जिले में हवाई पट्टी सर्वेक्षण के लिए कई दिनों से एक छोटा हेलीकॉप्टर इसी कार्य के लिए हवाई सर्वे कर रहा था।

ये मिलेगी सुविधा

जिले में पहला फ्लाइंग स्कूल खोलने की कवायद शुरू हो चुकी है। इसके लिए चीफ लाइंग इंस्ट्रक्टर से लेकर इंजीनियर तक के सभी तकनीकी पदों पर भर्ती की जाएगी। पहले चरण में कोलाना हवाई पट्टी पर 6 एकड़ जमीन में कार्य शुरू किया जाएगा जिसमें इस फ्लाइंग स्कूल के लिए करीब 4 करोड़ रुपए की लागत लगाई जाएगी। इ स्कूल के लिए क्लास रूम, हैंगर, पार्किंग वे एवं 4 एकड़ जमीन पर हॉस्टल व प्रशासनिक भवन आदि बनाए जाएंगे। यहां रहकर इच्छुक विद्यार्थी पायलट का प्रशिक्षण ले सकेंगे।