जैसे की आप सभी लोग वर्तमान में देख ही रहे है की टेक्नोलोजी इतनी हद तक आगे बढ़ चुकी है की हमने इसके बारे में पहले कभी सोचा भी नही था। अब इन दिनों AI यानी की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दौर चल रहा है। इसमें आपके काफी सारे काम आसान हो जाते है। मशीन खुद ही सबकुछ कर के दे रही। जैसे की एडिटिंग करना या फिर कोई इमेज बनाना सभी AI आपको करके दे रहा है। लेकिन अब बड़ी बड़ी कंपनीयां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI को और स्ट्रोंग बनाने के बारे में सोच रही है।

बड़ी बड़ी कंपनियों की हो रही है टक्कर

इन दिनों एप्पल, गूगल और माइक्रोसोफ्ट बड़ी बड़ी कंपनियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को स्ट्रोंग बनाने के बारे में सोच रही है। एप्पल आईफोन में AI फीचर्स दे रही है। जबकि गूगल भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काफी हद तक काम कर चुकी है। इसके अलावा माइक्रोसोफ्ट भी अपने लैपटॉप पीसी में AI के बारे में सोच रही है। ताकि लोगो का काम आसान हो सके।

दरअसल बड़ी बड़ी कंपनियों का कहना यह है की AI से लोगो का काम काफी आसान हो जायेगा। जैसे की एडिटिंग करना या फिर कोई भी नोट्स बनाना इससे आसान हो जायेगा। इसके अलावा अगर आपको किसी को बर्थ डेय विश करना है तो उस व्यक्ति के पास AI की मदद से अपने आप बर्थ डेय विश मैसेज सेंड हो जायेगा। यह काम मशीन अपने आप ही कर लेगी।

AI के लिए कुछ शर्तो को करना होगा पूरा

लेकिन अगर लोगो को यह सभी आसान काम चाहिए तो उनका पर्सनल डेटा कंपनियों को देना होगा। अगर आपका डेटा कंपनी के पास होगा तब ही यह काम हो सकता है। वैसे तो इन कंपनियों के पास आपका डेटा पहले से मौजूद है। लेकिन अब वह AI को ज्यादा स्मार्ट बनाने के लिए आपका ज्यादा डेटा मांग रहा है। कहने की बात यह है की window आपके लैपटॉप का स्क्रीनशॉट कुछ समय समय पर अपने आप कैप्चर करता रहेगा। इसके अलावा आईफोन एप्स डेटा को अपने पास इक्कट्ठा करके रखेगा। गूगल स्कैम आदि बचाने के लिए आपकी सभी फोन कॉल की रिकोर्डिंग अपने पास रखेगा।

क्या आप पर्सनल जानकारी शेयर करना चाहेगे?

अगर आप इन सभी शर्तो को मंजूर करते है और अपने डिवाइस से परमिशन देते है तो यह सब मुमकिन हो सकता है। लेकिन क्या आप ऐसा चाहेगे की उनके पास आपका पर्सनल डेटा भी हो। अगर आप परमिशन देते है तो आपको आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI का एडवांस फायदा मिल सकता है। कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है। अगर आप चाहेगे तो इस सुविधा का बेनेफिट्स ले पाएगे।