नई दिल्ली। बारिश के इस मौसम में चारों ओर नदी नाले उफान में है। ऐसे में प्रशासन की ओर से इन जगहों पर ना जाने के आदेश जारी किए गए है। ऐसे भी स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आदित्यवर्धन को भी गंगा नदी के बीच जाकर तस्वीर खीचाना काफी मंहगा पड़ गया।

कानपुर की गंगा में अपने दोस्तों के साथ नहाने गए डिप्टी डायरेक्टर आदित्यवर्धन मोबाइल से वीडियो बनवाने के चक्कर में गंगा नदी के उस छोर में चले गए जहां गहरा ज्यादा थी और इससे वो गंगा में डूब गए। अपने दोस्त को सामने डूबते देख  साथ आए साथियों ने घाट पर मौजूद गोताखोरों ने बचाने के लिए मदद मांगी, लेकिन आदित्य वर्धन का कोई पता पता नहीं लगा।

बताया जा रहा है कि आदित्य वर्धन को खोजने के लिए देर उस समय हो गई जब वहां पर मौजूद गोताखोर ढूंढने के ₹10000 की मांग करने लगे। और जेब में इतना नगदी ना होने के चलते साथियों ने पास के स्थानीय दुकानदार को मोबाइल पर ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिया।.

रुपये लेने के बाद ही गोताखोरों ने गंगा में लगाई छलांग

पैसा पाने के बाद ही गोताखोर नदी में कूंदे लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी है। घटना के दूसरे दिन भी आदित्य वर्धन नही मिल पाए है। पुलिस की टीम गंगा में उनकी तलाश कर रही है। आदित्यवर्धन सिंह उर्फ गौरव वाराणसी में हेल्थ विभाग में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर तैनात रहे हैं। वहीं उनकी पत्नी श्रेया मिश्रा महाराष्ट्र के पुणे में जिला जज हैं। आदित्यवर्धन सिंह के चचेरे भाई अनुपम सिंह बिहार कैडर के सीनियर IAS और मुख्यमंत्री सीएम नीतीश कुमार के सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत हैं.

आदित्यवर्धन सिंह उर्फ गौरव बांगरमऊ इलाके के कबीरपुर गांव के मूल निवासी हैं।. शनिवार को वो अपने दो दोस्तों प्रदीप तिवारी और योगेश्वर मिश्रा के साथ बांगरमऊ के नानामऊ क्षेत्र गंगा घाट पर गंगा स्नान करने गए थे। नहाते के दौरान वो काफी गहराई वाले जगह पर जा पहुचें सके लिए वहां पर मौजूद कुछ लोगों ने उन्हें ऐसा करने से मना भी किया था।

आदित्यवर्धन ने लोगों से कहा था कि उन्हें तैरना आता है। लेकिन इस अनोहनी के सामने उनकी तैराकी भी काम में नही आई और वो गंगा में डूब गए। बता दें कि आदित्यवर्धन के मातापिता के साथ बहन गुड़िया आस्ट्रेलिया में रहते है।