Jagannath Temple Mystery: आप सब जगन्नाथ मंदिर के बारे में तो जानते ही होंगे. ये मंदिर भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्री कृष्ण जी को समर्पित है. बता दे पुरी के सबसे मशहूर जगन्नाथ मंदिर की देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी चर्चा है. साल 2024 के पहले दिन 1 जनवरी से ही मंदिर में हॉफ पेंट, फटी जींस, स्कर्ट और बिना आस्तीन वाले कपड़े पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं पर रोक लगा दी गयी है. मंदिर में ड्रेस कोड लागू किया है. पुरुषों को धोत-गमछा पहनकर और महिलाएं साड़ी, सलवार-कमीज में ही प्रवेश कर सकती है. क्या आपको पता है इस मंदिर के बहुत सारे रह्यस्य भी है. चलिए आपको उन रह्यस्य के बारे में बताते है.

लहरों की आवाज

आपकी जानकारी के लिए बता दे जैसे ही आप जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश करते है वैसे ही समुद्र की लहरों की आवाज सुनाई नहीं पड़ती. पर जैसे ही आप मंदिर से बाहर आते है लहरों की आवाज सुनाई देने लग जाती है. कहा जाता है कि देवी सुभद्रा थी जिनकी इच्छा थी कि मंदिर में प्रवेश करते ही लोगों का मन शांति मिल जाए.

मंदिर के ऊपर नहीं उड़ते पक्षी

ये बात तो हम सब जानते है की जितने भी बन्धन और रेखा है वो सिर्फ हम इंसान के लिए है. जानवर और पक्षियों के लिए आसमान या जमीन पर भी कोई सीमा या बाधा नहीं होती है. लेकिन कहा जाता है कि जगन्नाथ मंदिर के ऊपर से कोई पक्षी नहीं उड़ता है और न ही कोई विमान. अब इसका कारण क्या है ये बात कोई नहीं जानता.

मंदिर की छाया

इन सब के साथ ही जगन्नाथ मंदिर से जुड़ा एक और रहस्य भी है. आपको जगन्नाथ मंदिर की छाया दिखाई नहीं पड़ती है. अगर मंदिर पर सूर्य की रोशनी पड़ती भी है, तो इसकी छाया नजर नहीं होती .ये भी एक रह्यस्य है जिसके बारे में आज तक कोई जान नहीं पाया है.

चक्र

केते है कि मंदिर के ऊपर एक चक्र लगा है. असल में वो चक्र एक टन का है. असल में इस चक्र को आप जिस तरफ से देखेंगे ये उसी तरफ मुड़ा दिखेगा.