नई दिल्ली। देश में तेजी से हो रहे सुधार के बीच अब विद्युत आर्पूति में सुधार लाने का काम तेजी से किया जा रहा है लगातार हो रही बिजली चोरी और लाइन लॉस रोकने के लिए अब राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर रिवैम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) पर कार्य शुरू कर रही है। इस योजना के शुरू होने के बाद से क्षेत्र के जर्जर खंभों और विद्युत लाइनों को बदलने के साथ मीटर को भी बदला जाएगा।
जो लोग समय पर बिजली के बिल का बुगतान नही कर रहे है उनके लिए अब स्मार्ट मीटर एक बड़ी परेशानी बनकर आने वाला है क्योकि इस मीटर के लगने के बाद से अब बिल का भिगतान मोबिल के द्वारा होगा। यानि की अब पको हर महिने एस रिचार्ज करना होगा। नही तो आपको घर में अधेरे का सामना करना पड़ जाएगा। दरअसल यूपी से लेकर छत्तीसगढ़ में अब तक 60 लाख से अधिक घरों में स्मार्ट मीटर (Smart Meter) लगाने की तैयारी है।
स्मार्ट मीटर की खासियत
स्मार्ट मीटर लगने के बात इसमें आपको रीयल टाइम रीडिंग, पावर लोड की जानकारी आपके मोबाइल पर ही मिल जाएगी। मीटर से छेड़छाड़ करने, मीटर बंद करने या मेन लाइन से सीधे कनेक्शन लेने की चोरी के मामले आपको सॉफ्टवेयर से मिल जाएगें।
-स्मार्ट मीटर को मोबाइल की तरह रिचार्ज करना होगा। रिचार्ज खत्म होने से पहले आपको तीन बार अलग-अलग समय में रजिस्टर्ड मोबाइल पर नोटफिकेशन आएगा। रिचार्ज नहीं होने पर बिजली बंद हो जाएगी।
-बिजली की चोरी छीजत लगभग खत्म हो जाएगी। जिससे बिजली उत्पादन और दरें प्रभावित रहेंगी, इससे संभव है कि बिजली दरों की बढ़ोतरी पर भी नियंत्रण रहेगा।
अब तक यह स्थिति
-योजना के तहत अजमेर डिस्कॉम में 68 हजार स्मार्ट मीटर लगाए गए
-सबसे ज्यादा 66 हजार मीटर सिंगल फेज, थ्री फेज मीटर 1900 लगे
-नागौर जिले के अब तक के 6 सर्किल में सबसे ज्यादा 38 हजार मीटर लगे
-अब तक पहले फेज में अजमेर, चितौडगढ़़, झुंझुनूं, नागौर, सीकर में इन मीटर को लगाया जा चुका है।
-उदयपुर में स्मार्ट मीटर पर स्वीकृति मिलते ही इसकी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।