नई दिल्ली। जो लोग UPI एप का इस्तेमाल खरीदारी के दौरान या फिर हर छोटे बड़े कामों के लिए ऑनलाइन लेनदेन के लिए करते हैं उनके लिए यह खबर खास साबित हो सकती है। क्योकि 1 अप्रैल से कई नियमों में बदलाव होने जा रहा है। अब Phonepe, Gpay, Paytm आदि ऐप से आप लेनेदेन कर रहे है तो इसके लिए आपको अलग से चार्ज देना पड़ सकता है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने एक निर्देश जारी किया है। जिसके तहत UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) के जरिए पैसा ट्रांजेक्शन करने पर आपकी जेब से अलग से पैसा लगेगा। इसका मतलब है कि 1 अप्रैल से जारी किए गए निर्देशों के मुताबिक अब आपको यूपीआई से लेनदेन करने पर अपनी जेब हल्की करनी पड़ सकती है।
NPCI Press Release: UPI is free, fast, secure and seamless
— NPCI (@NPCI_NPCI) March 29, 2023
Every month, over 8 billion transactions are processed free for customers and merchants using bank-accounts@EconomicTimes @FinancialXpress @businessline @bsindia @livemint @moneycontrolcom @timesofindia @dilipasbe pic.twitter.com/VpsdUt5u7U
NPCI ने मर्चेंट ट्रांजेक्शन पर (‘प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट’ PPI) फीस लगाने के निर्देश दिए है। जारी की निर्देशों के अनुसार यूपीआई पेमेंट सिस्टम के अतर्गत अब जो लोग 2,000 रुपए से ज्यादा की यूपीआई पेमेंट करते है तो उसपर PPI फीस लग सकता है। ऐसा होने पर लेनदेन की रकम के 1.1 फीसदी पर इंटरचेंज फीस अलग से लगेगी।
30 सितंबर को होगा रीव्यू
यूपीआई से होने वाली पेमेंट का प्रक्रिया अभी तक जीरो-मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) पर चलती थी लेकिन अब नए नियम आने के बाद से सरचार्ज वसूला जा सकता है। ऐसे में सरचार्ज से जुड़े नए मॉडल को 30 सितंबर या उससे पहले जारी किया जा सकता है।
पेमेंट कंपनियों को राहत
आपको ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि ये फीस उस समय नही लगेगी जब आप बैंक अकाउंट से बैंक अकाउंट वाले ट्रांजैक्शन करेंगे। नया इंटरचेंज स्ट्रक्चर पेटीएम, फोनपे और गूगल पे जैसे UPI ऐप को राहत मिलेगी।