आपको पता होगा ही की भारत में अधिकतर लोग खेती किसानी करते हैं। यहां की अधिकांश जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है। सरकार भी इस प्रकार के लोगों के लाभ के लिए कई योजनाएं निकालती रहती है। आपको बता दें की हालही में राजस्थान सरकार ने भी एक ऐसी योजना को शुरू। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों को काफी लाभ होने वाला है।
जानकारी दे दें की यह योजना बकरी पालन की है। सरकार इस योजना के तहत आवेदक को 50 लाख रुपये तक की धनराशि का लोन उपलब्ध करा रही है। इस योजना का लाभ लेने के लिए आप इस किस प्रकार से आवेदन कर सकते हैं। इस बारे में ही आज हम आपको बता रहें हैं।
योजना का उद्देश्य
- बकरी पालन को बढ़ाना।
- पशु पालकों की आय में वृद्धि करना।
- राज्य में बेरोजगारी की दर को कम करना।
मिलेगी सब्सिडी
आपको बता दें की इस योजना पर दिए गए लोन पर राज्य सरकार आपको सब्सिडी भी मुहैया करा रही है। यह सब्सिडी अलग अलग राज्यों में अलग अलग हो सकती है। हालांकि राजस्थान में इस योजना के तहत 50% की सब्सिडी प्रदान की जाती है। वहीं हरियाणा सरकार 90% की सब्सिडी प्रदान कर रही है।
यदि आप इस योजना के माध्यम से पशु पालन के लिए ऋण चाहते हैं तो आपको ऋण की कुल राशि का 10% या 50% धन जमा कराना होता है। आपको बता दें की आपको जो ऋण मुहैया कराया जाता है उस पर 11.6% ब्याज लगाया जाता है। इसको कोलेट्रल फ्री ऋण कहा जाता है यानि इसके लिए आपकी संपत्ति या किसी कीमती वस्तु को गिरवी नहीं रखा जाता है।
चाहिए ये कागजात
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- जमीन संबधी दस्तावेज
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक खाता
ऐसे करें आवेदन
सबसे पहले आपको अपने नजदीकी पशु चिकित्सा केंद्र पर जाकर इस योजना के आवेदन पत्र को लेना होता है। अब आप इसको सही से पढ़कर भर लें। इसके बाद मांगे गए कागजात की एक एक कॉपी इसके साथ में लगा दें। इसके बाद में आप इसको पशु चिकित्सा केंद्र में जमा करा दें।
इसके बाद में पशु चिकित्सा अधिकारी आपकी जमीन तथा बक्ति पालन के लिए स्थान आदि की जाँच करेगा। इसके बाद एक निर्धारित प्रक्रिया के बाद ऋण की धनराशि को आपके खाते में जमा करा दिया जाता है। बता दें की राजस्थान बकरी पालन योजना के जरिये आप 50 लाख रुपये तक लोन पा सकते हैं। यह धनराशि एक निश्चित समय के लिए दी जाती है।