नई दिल्ली: पंजाबियत के रंग में रंगे देओल फैमली पर बीते एक हफ्ते से पूरे देश की नज़र थी। मौका था धर्मेंद्र के पोते और सन्नी के बेटे करण देओल की शादी का। करण की शादी दिशा आचार्य से हुई है। इस शादी पर पूरे देश की निगाहें थीं। इसके पीछे की बड़ी वजह थी धर्मेंद्र की दोनों पत्नियों के बीच की दूरियां, सभी टकटकी लगाए देख रहे थे कि धर्मेंद्र की पत्नियां हेमा मालिनी और प्रकाश कौर इस फंगशन में एक होंगी या नहीं। लेकिन लोगों को निराशा ही हाथ लगी।
हलांकि देओल फैमिली ने इस शादी में जम कर लुत्फ उठाया। शादी के फंगशन की शुरुआत से लेकर रिसेप्शन तक लोगों का आना-जाना लगा रहा, इस दौरान कई वीवीआईपी मेहमान देखे गए, लेकिन ना तो हेमा मालिनी दिखीं और ना ही उनकी दोनों बेटियां और दामाद ही शादी में नज़र हुए।
हेमा मालिनी के साथ बेटियां ने भी बनाई दूरी
सन्नी देओल के पुत्र करण देओल के शादी की शुरुआत 12 जून से हो गई थी जो 18 जून को ग्रैंड रिसेप्शन के साथ खत्म हुई। इस शादी में बॉलीवुड की कई नामचीन हस्तियां शामिल हुईं। शादी में पूरी देओल फैमिली ने जम कर एंजॉय किया, लेकिन इस शादी में ना तो धर्मेंद्र की दूसरी पत्नी हेमा मालिनी और ना ही सन्नी की बहनें ईशा और अहाना अपने भतीजे की शादी में आईँ।
सन्नी ने बहन ईशा और अहाना को ससम्मान भेजा था न्योता
जानकार बताते हैं कि सन्नी देओल धर्मेंद्र के बाद परिवार के बड़े ज़िम्मेदार सदस्य हैं। ऐसे में अपना बड़प्पन दिखाते हुए उन्होंने अपनी दोनों बहनों को भी शादी का आमंत्रण भेजा था। उस समय चर्चा तो ये थी कि दोनों बहने अपने पतियों के साथ इस शादी में शामिल हो सकती हैं। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बहने ही नहीं बल्कि उनकी मां हेमा मालिनी भी अपने पोते की शादी में नहीं पहुंचीं। इस फंगशन के अलावा ईशा और अहाना अपने बड़े पाजी यानी सन्नी और बॉबी भैया से मिलती-जुलती रहती हैं।
42 सालों से प्रकाश और हेमा के बीच हैं दूरियां
धर्मेंद्र पहले से शादीसुदा थे लेकिन बावजूद इसके उन्होंने सन 1980 में हेमा मालिनी से दूसरी शादी कर ली थी। दोनों के बीच शादी तो हुई लेकिन परिवार में ऐसी लक्ष्मण रेखा खिंची जिसे किसी ने पार नहीं किया, ना तो प्रकाश कौर ने और ना ही हेमा मलिनी ने। प्रकाश कौर अपने बच्चों के साथ हेमा से दूरी बना कर रखी। ठीक इसी तरह से जब हेमा मलिनी ने ईशा और अहाना की शादी की थी तो प्रकाश कौर को बच्चों के साथ निमंत्रण दिया था, लेकिन वे बेटियों की शादी में शामिल नहीं हुई थीं। 42 सालों से वह दूरी आज भी कायम है।