अब देश के किसान पारंपरिक खेती तक सीमित नहीं हैं, बल्कि नए-नए फसलों की खेती कर अच्छी कमाई कर रहे हैं। परंपरागत खेती से हटकर किसान अब सब्जियों, गेहूं और धान की जगह लाभदायक फसलों की खेती पर ध्यान दे रहे हैं। बिहार के अररिया जिले के किसान भी इस बदलाव में पीछे नहीं हैं।
यहां के पोठिया गांव के किसान दिनेश मेहता ने पपीते की खेती से अपनी आमदनी में जबरदस्त इजाफा किया है। दिनेश मेहता ने बताया कि वह पिछले एक साल से पपीते की खेती कर रहे हैं। यह फसल बाकी फसलों की तुलना में ज्यादा मुनाफा देती है और इसमें मेहनत भी कम लगती है।
पपीता सिर्फ 6 महीने में ही देने लगता है फल
पपीते के पौधे एक बार लगाने पर केवल 6 महीने में ही फल देने लगते हैं, और बाजार में इसकी अच्छी खासी मांग रहती है। किसान को खेत से ही अच्छे दाम मिल जाते हैं, जिससे उन्हें मंडी तक भी नहीं जाना पड़ता। इसके अलावा, आस-पास के जिलों और मंडियों में भी इसकी अच्छी खासी बिक्री हो रही है।
कम लागत में होती है अच्छी आमदनी
पपीते की खेती की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें लागत कम आती है और लाभ ज्यादा होता है। दिनेश बताते हैं कि एक बीघा जमीन में 500 से 800 पौधे आराम से लगाए जा सकते हैं। इसके लिए नमी वाली मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। पौधे की रोपाई करने से पहले खेत की अच्छी तरह जुताई और गड्ढों की खुदाई करनी होती है। प्रत्येक पौधे की कीमत लगभग 15 रुपये होती है, जिसे लगाने के बाद 6 महीने में ही यह फल देने लगता है। इसके लिए समय-समय पर सिंचाई और जैविक खाद का प्रयोग करना जरूरी है।
पपीते से होगी लाखों की कमाई
अगर आप सही तरीके से पपीते की खेती करते हैं तो एक बीघा जमीन से लाखों की कमाई की जा सकती है। दो बीघा जमीन में लगभग 1600 पौधे लगाए जा सकते हैं, और हर पौधे से करीब एक क्विंटल फल प्राप्त होता है। वर्तमान में बाजार में पपीते की कीमत 50 रुपये प्रति किलो है। इस हिसाब से, यदि आप दो बीघा जमीन में पपीते की खेती करते हैं तो 5-6 लाख रुपये तक की कमाई आसानी से हो सकती है।