नई दिल्ली।आज की तारीख में हर कोई लोन ले कर अपना बड़ा से बड़ा कार्य करता है। लोन लेने वाले के सर पर हर महीने ईएमआई का बोझ बना रहता है। लोन लेने वाले को मूलधन के साथ ब्याज भी चुकाना अनिवार्य होता है। लेकिन इसबार आरबीआई की ओर से लोन लेने वालों को बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है। दरअसल भारतीय रिजर्व बैंक अगले हफ्ते के अंत तक अपनी मौद्रिक नीति की समीक्षा करने वाली है जिसमें लोन लेने वालों के लिए बड़े बदलाव हो सकते हैं।

आरबीआई समीक्षा के बाद रेपो दर को स्थिर कर सकता है। जानकारी के मुताबिक आरबीआई इसे 6.5% पर रख सकता है। यदि ऐसा होता है तो व्यक्गितगत और कॉर्पोरेट लोन लेने वालों के लिए आरबीआई ब्याज दर लंबे समय के लिए स्थिर रख सकता है।

इस दिन हो सकती है नियम की घोषणा:

इस आशा की जानकारी देते हुए आरबीआई ने बताया कि अभी केवल नए नियम की घोषणा की गई है। इसके बारे में केवल जानकारी दी गई है। सूत्रों की माने तो घोषणा की गए नए नियम को 6 अक्टूबर से आधिकारिक तौर पर लागू किया जाएगा। इसका सबसे बड़ा फायदा ऐसे लोगों को मिलेगा जिन्होंने बैंक से होम लोन या कर लोन ले रखा है, और उनकी ब्याज दरें घटती बढ़ती रहती थी, लेकिन इसके लागू होने के बाद से ब्याज दर लंबे समय तक स्थिर रखा जाएगा।