नई दिल्ली। जुड़वां बच्चे होना विधि का खेल होता है। लेकिन मान्यताओं को भी भगवान् का ही वरदान बताया जाता है। सीकर में एक ऐसा कुंआ था, जिसका पानी पीकर लोग डाकू बन जाते थे। इंदिरा गांधी को जब यह बात पता चली तो कुंआ बंद करा दिया गया। एक और जहां देश तेजी के साथ विकास करते हुए नई पहचान बना रहा है तो दूसरी ओर हमारा देश अंधविश्वास की प्रथा से उबर नही पा रहा है। हमारे साथ कुछ ऐसी घटनाएं घट जाती है। जिसको सच मानकर हम उसे फॉलो करने लग जाते है। ऐसा ही कुछ मामला आंध्र प्रदेश के एक सुदूर गांव में देखने को मिल रहा है।

बताया जा रहा है कि इस गांव में एक ऐसा कुंआ है जहां का पीने से से संतानहीन महिलाओँ को बच्चे तो होते ही है, लेकिन वो एक नही जुड़वा बच्चो को जन्म देती है। यह गांव अब जुड़वा बच्चों को लेकर चर्चा का विषय बन गया है। इस गांव में मौजूद इस ख़ास कुएं का पानी पीने से महिलाएं जुड़वां बच्चों को जन्म देती है।

Twins Baby viral news

बताया तो यह भी जा रहा है कि इस गांव में अब तक इस कुएं के पानी को पीने के बाद से इस गांव में लगभग 130 जुड़वां बच्चे पैदा हो चुके हैं. यह भी कहा कि कुएं के पानी को पीने की वजह से ही गांव में इतने अधिक जुड़वां हैं.

यह कुआं पूर्वी गोदावरी जिले के रंगमपेट मंडल के डोड्डीगुंटा गांव में स्थित है। इस कुएं का पानी लेने के लिए लोगों को अब लंबी लाइन लगानी पड़ती है।

बतायाजा रहा है कि इस गांव में जब क़रीब 15 साल पहले जनगणना के लिए आंकड़े जमा कराने के लिए एक टीचर इस गांव में आए थे तो उन्हें हर घर से जुड़वां बच्चे देखने को मिले। जिसको जानकर वो हैरान हो गए थे। इतनी ही नही उनकी पत्नी ने भी स कुएं का पानी पीकर जुड़वा बच्चों को दिया था। जिसके बाद उन्होने इस बात की सूचना स्थानीय मीडिया को दी। इसके बाद से इस गांव का नाम सुर्ख़ियों में आ गया।”