Paper Leak in Jaipur 2023: आज कल पेपर लीक की खबरें बहुत ज्यादा देखने को मिल रही है. आपको जानकार हैरानी होगी की जो लोग इसमें शामिल है उसमे से एक व्यक्ति ने अपना बिज़नेस तक छोड़ दिया. जी हाँ अभी हाल ही में जयपुर में हुए सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा का पेपरलीक करने के बाद किसी नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी की तरह इसे बेच दिया गया. यही नहीं एग्जाम से पहले ये पेपर 5-6 जिलों में बांट भी दिया गया. आपकी जानकारी के लिए बता दे RPSC सदस्य बाबूलाल कटारा ने इस पेपर को एक करोड़ की डील होने के बाद भूपेंद्र सारण को बेच दिया जिसके बाद ये नेटव्रक के जरिए बेचा गया.
भूपेंद्र सारण के बाद ये गया शेर सिंह मीणा के हाथों में. जहाँ पर करोड़ों की कमाई का इंतजाम करने के लिए जयपुर के चार कोचिंग सेंटर और सीकर में 3 कॉलेजों इसे बेचा गया. इसे बेचने के लिए जयपुर की दो सीक्रेट लोकेशन पर 25-25 स्टूडेंट के बैच बनाए गए. यही नहीं अभ्यर्थियों को क्वेश्चन भी रटाए गए. आपको जानकर हैरानी होगी की पेपर लीक में करोड़ो की कमाई देखते हुए एक प्रॉपर्टी डीलर ने अपना बिज़नेस छोड़ दिया और माफिया बन गया.
पेपर लीक कैसे हुआ जानिए पूरा रुट मैप
सबसे पहले RPSC सदस्य रह चुके बाबूलाल कटारा ने कार्यालय से पेपर निकाला. इसके बाद कटारा ने ये पेपर अपने भांजे विजय डामोर को दे दिया. विजय डामोर ने पेपर में दिए सवाल को एक रजिस्टर पर उतार लिया. इसके बाद कटारा ने वो पेपर दोबारा RPSC ऑफिस की सीक्रेट अलमारी में रख दिया. यही नहीं कटारा ने रजिस्टर शेरसिंह मीणा को दे दिया. इसकी उसने मोबाइल में भी फोटो भी क्लिक की. यही नहीं इसके बाद उसने रजिस्टर को नष्ट कर दिया.इसके बाद मोबाइल में खींचे फोटो से शेरसिंह ने दोबारा उन प्रश्नों को लिखा और 19 दिसंबर को पेपर सुरेश ढाका को 1.20 करोड़ में बेच दिया.