नई दिल्ली: आज के समय में बिजली चले जाने के बाद होने वाली समस्या का हल सभी के पास है। क्योकि बदलते समय के साथ चीजों में भी बदलाव देखने को मिला है। अब लोग बिजली की समस्या से निपटारा पाने के लिए इन्वर्टर को अपने पास रखते है। लेकिन इन्वर्टर को पास ऱखने बस से आपकी जिम्मेदारियां खत्म नही हो जाती है यदि आप इसकी सही तरह से देखभाल करते रहते है तो यह आपका साथ लंबे समय तक दे सकता है। इन्वर्टर की बैटरी को यदि सही तरह से काम करेगी तो आपके लिए यह अच्छे परिणाम भी देती है। बैटरी की उचित देखभाल हो सके लिए उसमें समय समय पर पानी भरते रहना चाहिए।
लेकिन ध्यान रहे है कि इन्वर्टर में भरा जाना पानी हमारी दिनचर्या में उपयोग किया जाने वाला नही होता है बल्कि इसमें डिस्टिल्ड वॉटर का इस्तेमाल किया जाता है जिससे बैटरी बिना किसी नुकसान के अच्छी तरह से काम करती है और इसमें कोई रिएक्शन नहीं होता है। हालांकि इन्वर्टर का इस्तेमाल करने वाले 80 पर्सेंट लोग भी यह नहीं जानते हैं कि इन्वर्टर की बैटरी का पानी कब बदलना चाहिए। की लोग तो पानी भरना भी जरूरी नही समझते है। और यही छोटी सी गलती यूजर्स के लिए घातक सिद्ध होती है। और बैटरी धीरे-धीरे खराब होने लगती है
बार बार बैटरी को बदलने से एक बार में इसका खर्च ₹15000 से लेकर ₹20000 के करीब आता है। इसलिए समय पर इसमें पानी देते रहेगें तो आपकी बैटरी के खऱाब होने के खतरे कम हो जाएंगे। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर इन्वर्टर की बैटरी में पानी कब बदलना चाहिए।
इस तरह रखें बैटरी को फिट
आम तौर पर, बैटरी में पानी आपको 2 से 3 महीने के अंतराल पर देखना चाहिए। यदि आपके इन्वर्टर में लगी बैटरी ओपन वाली है, तो आपको ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है, इसमें 15-30 दिनों के बाद पानी की जांच की जानी चाहिए। बैटरी के पानी का स्तर जांच करने के लिए, बैटरी के टॉप में होने वाले दूसरे पॉइंट या इंडिकेटर की स्थिति देखें. बैटरी में पानी को उच्च स्तर और कम स्तर के बीच रखें, और यह सुनिश्चित करें कि बैटरी के टॉप पर हमेशा पानी होता है।
इन्वर्टर से नॉर्मल वॉटर रखें दूर
ध्यान देने योग्य बात यह है कि कुछ इन्वर्टर बैटरी का मॉडल नई तकनीक से लैस होता है। जिससे उसके उपकरण भी विभिन्न हो सकते हैं, इसलिए बैटरी के निर्माता द्वारा प्रदान किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें. यदि आप निश्चित नहीं हैं, तो अपने इन्वर्टर बैटरी के उपयोग और देखभाल के लिए बैटरी को तैयार करने वाली कंपनी या फिर स्थानीय इन्वर्टर सर्विस सेंटर से सलाह लें। ऐसा करके आप इन्वर्टर की बैटरी लाइफ बढ़ा सकते हैं। इन्वर्टर में हमेशा डिस्टिल्ड वॉटर का ही इस्तेमाल करना चाहिए जिससे बैटरी जोरदार तरीके से काम कर सके। डिस्टिल्ड वॉटर आपको मार्केट में आसानी से मिल जाता है और ग्राहक इसे बेहद ही कम कीमत पर अपने घर ला कर इसे अपने इन्वर्टर की बैटरी में इस्तेमाल करके इसकी चार्जिंग होल्ड कपैसिटी को बढ़ा सकते हैं।