Women Without Hand Gets License: कहते है जब किसी की चाह हो तो वो इंसान कोई भी काम आसानी से कर सकता है. ये बात भले ही आपको सुनने में थोड़ी अटपटी लग सकती है. लेकिन ऐसा है नही इसके लिए आपको मेहनत करने की जरूरत पड़ती है जो सब के बस की बात नहीं है. दरअसल ये बात केरल की मैरिएट पर बिलकुल सटीक बैठती है. हुआ ये है की उनकी सालों की मेहनत पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं. ऐसे में अगर आप अपने लाइफ में कुछ करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको पूरी इच्छा शक्ति को कोशिश करनी चाहिए. जी हाँ दरअसल ये वाकया केरल में ही देखने को मिला. जिस महिला के बारे में हमने आपको बताया है की वो बिना हाथों के जन्मी अपनी जिंदगी की नयी शरुरात कर चुकी है.

बता दे जिलुमोल मैरिएट बिना हाथों के पैदा हुई थी और इसके बाद अब जाकर वो अपना सपना पूरा कर पायी है. दरअसल केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पलक्कड़ में एक एक कार्यक्रम के दौरान उस महिला को ड्राइविंग लाइसेंस सौंपा. बता दे मैरिएट का जब जन्म हुआ था उस वक्त से ही उनके हाथ नहीं थें लेकिन उनकी चाह थी की वो हमेशा से कार चलाएं.

जानिए क्या है पूरा मामला

आपकी जानकारी के हिसाब से बता दे दरअसल इडुक्की में रहने वाली निवासी जिलुमोल मैरिएट एशिया की पहली महिला हैं जिनके हाथ न होने के पर उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस मिला है. जी हाँ अब वो चारपहिया वाहन आसानी से चला सकती हैं. बस इसके लिए आपको केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शनिवार को पलक्कड़ में एक कार्यक्रम के दौरान मैरीएट को ड्राइविंग लाइसेंस दे दिया है.

दरअसल कोच्चि में ग्राफिक आर्ट डिजाइनर के रूप में वो काम करती है. यही नहीं बता दे ये महिला बत्तीस वर्षीय की है. वो जिलुमोल मैरियट थॉमस पिछले कुछ सालों से चार पहिया वाहन चला रही है और साथ हो ड्राइविंग लाइसेंस लेने की कोशिश कर रही है. लेकिन इसी बीच केच्चि बेस् एक स्टार्ट-अप फर्म वी इनोवेशनने उन्हें सपनों को नई उड़ान दी है.