नई दिल्ली। कई राज्यों में होने वाला विधानसभा चुनाव 2023 अब अपने अंतिम पायदान पर है यही वजह है कि चुनाव की सरगर्मियां काफी तेज हो गई हैं। चाहे राष्ट्रीय पार्टी हो या स्थानीय पार्टी हो सभी जोड़-तोड़ में जुट गए हैं। इसी कड़ी में बहुजन समाज पार्टी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।

मायावती किसके साथ गठबंधन करेंगे और चुनाव में उनकी क्या रणनीति होगी। इन कयासों पर विराम लगते हुए लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने इस बात का खुलासा किया।

देश के आम चुनावों से पहले बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने समाज पार्टी के नेताओं की एक समीक्षा बैठक बुलाई, इस बैठक में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री का अलग अंदाज देखने को मिला।

मायावती ने इस बैठक में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के सभी नेताओं को इस बैठक में उपस्थित होने का फरमान सुनाया है। बैठक के दौरान मायावती ने स्पष्ट किया कि बहुजन समाज पार्टी इस बार किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी।

समीक्षा बैठक के उपरांत हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ तौर पर कहा गया की 2024 के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी किसी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी अपने दम पर बहुजन समाज पार्टी चुनाव मैदान में उतरेगी। इस मौके पर बहुजन समाज पार्टी सुप्रीम और मायावती ने सभी दलों पर दलितों, गरीबों, पिछड़ों, और बेजोज़गारों को नकारने वाला करार दिया है। उन्होंने कहा कि देश मे जिस तरह से महंगाई के साथ बेरोजगरी पर कोई सुनने वाला नहीं है। मायावती ने सरकार पर आरोप लगाते हुए स्वास्थ्य के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए, कहा कि जो गरीबों की नहीं सुनते हम उनके साथ गठबंधन नहीं कर सकते हैं।