मुगल शासकों ने हमारे देश में काफी लंबे समय तक राज्य किया और देश की कई चीजों की कायापलट कर दी। इसलिए उनके शासन काल के समय कई सांस्कृतिक और ऐतिहासिक घटनाएं घटित हुईं, जिनको आज भी याद किया जाता है। मुगल शासको को बहुत मिजाज माना जाता है इसके लिए उनके महलों में हरम का विशेष महत्व होता था, जहां पर मुगल शासकों की कनीज या दासी रहा करती थीं।
इतिहास के पन्नों में इस हरम के बारें में ऐसी कहानियां लिखी हैं, जिनमें उनकी शानो-शौकत के साथ महिलाओं की उस समय की स्थिति और उन पर लगे प्रतिबंध बताए गए हैं।
हरम में महिलाओं का जीवन
मुगल शासकों के महलों में बना विशेष स्थान हरम में महिलाओं की जिंदगी अनेक पाबंदियों और नियमों के बीच कैद थीं। यहां पर कई महिलाओं को विदेशों से लाया जाता था, तो कुछ महिलाएं तोहफे में मिली होती थीं, और कुछ महिलाओं को शासकों द्वारा जीते देशों से बंदी बनाकर लाया जाता था। इन महिलाओं का इस्तेमाल बादशाहों के मनोरंजन के लिए किया जाता था। ये महिलाएं अपनी सुंदरता और बुद्धिमत्ता से बादशाहों को लुभाया करती थीं
विलासिता का प्रतीक हरम
बता दें कि हरम में महिलाओं का खास ख्याल रखा जाता था, उनको पहनने के लिए कीमती आभूषण और कपंड़े दिए जाने के साथ उनकी जरूरतों का भी ध्यान रखा जाता था। यहां कि महिलाएं जिस भी कपड़े को एक बार पहन लेती थी उसको दोबारा उपयोग नहीं करती थीं।
हरम की महिलाओं की मनोरंजन
हरम में रहने वाली महिलाओं के मनोरंजन के लिए फौजदारियां और आतिशबाजी शामिल है। यहां कि महिलाओं को आनंद लेने का भरपूर अवसर दिया जाता था जिससे उनका जीवन रंगीन रहे।
हरम की महिलाओं की स्वतंत्रता
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस हरम में आने के बाद महिलाओं को बाहरी दुनिया से संपर्क पूरी तरह से टूट जाता था। वे बाहर भी नहीं जा सकती थीं और इसलिए ही उनको परिवार से मिलने तक की इजाजत नहीं थी।