Mustard oil prices: इस बार सरसों तेल की कीमतों में ताबड़तोड़ बढ़ोतरी होने वाली है। इस बार सरसों की आवक कम हुई है। सरसों की फसल में अंत समय पानी की कमी के चलते तेल की मात्रा न के बराबर रही है। कुछ जगहों पर बंपर पैदावार ने कीमतों को अभी स्थिर कर रखा है। अभी सरसों तेल की कीमतें मार्केट में कम है। जुलाई के बाद से सरसों तेल की कीमतें 50 रूपए से ऊपर तक पहुँच जाएगी। इंडिया में सरसों तेल ही नहीं, सभी कुछ खाद्य सामग्री महँगी होती जा रही है।
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच आम आदमी के लिए सरसों के तेल ने राहत की खबर दी है। एक तरफ जहां पेट्रोल, डीजल और एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम रॉकेट की तरह लगातार आसमान छू रहे हैं वहीं सरसों के तेल में कई दिनों तक चली तेजी के बीच अब सरसों के तेल में जबरदस्त गिरावट आई है।
हाईएस्ट रेट से 54 रुपए कम हैं अभी सरसों का तेल
पिछले कुछ दिनों के रिकॉर्ड को देखें तो सरसों का तेल लगातार नई ऊंचाईयां छू रहा था। एक समय तो इसकी कीमत 210 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गई थी। परन्तु अब इसमें लगभग 54 रुपए की गिरावट आ गई है जिसके बाद यह 156 रुपए प्रति लीटर पर बिक रहा है। इससे पहले सरसों का तेल 9 अप्रैल को 153 रुपए के निम्नतम स्तर पर बिका था।
मार्केट को देखें तो यूपी के वायदा बाजार में सरसों के भाव 169 रुपए प्रति लीटर पर खुले जबकि कानपुर में 170 रुपए प्रति लीटर, गाजियाबाद में 167 रुपए प्रति लीटर खुला था।
इसी तरह कानपुर में सरसो का तेल 180 रुपए, गाजीपुर में 169 रुपए प्रति लीटर, लखनऊ में 180 रुपए और प्रयागराज में 168 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है।