नई दिल्ली। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की सुरूआत केन्द्रीय सरकार ने किसानों का आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए 1 दिसंबर वर्ष 2018 को की थी। जिसके तहत किसानों को चार-चार महीने पर दो-दो हजार रुपये की राशि उनके खाते में डाली जाती है। जिसका उपयोग किसान खाद, बीज खरीदकर अच्छी खेती कर सकें।
केन्द्रीय सरकार के द्वारा सालाना करीब सात करोड़ 20 लाख रुपये बजट बनता है। जो किसानों के खाते में सीधे भेजा जाता है। अब हाल ही में इस योजना की16वीं किस्त 28 फरवरी को किसानों के खाते में डाली गई है। लेकिन जो लोग 17 वीं किस्त का इंतजार कर रहे है उनके लिए यह खभर बुरी साबित हो सकती है।
अपात्र किसानों को भेजी गया नोटिस
इस योजना का लाभ उन किसानों को नही मिल रहा है जो सरकारी कर्मी, पेंशनधारी, इनकम टैक्स भरने वाले लोग है। एक परिवार से केवल एक ही सदस्य को पति और पत्नी में से किसी एक को ही इस योजना का लाभ मिल सकता है। इसी को देखते हुए बीते दो साल पहले कई किसानों की यह राशि रोक दी गई थी।
करीब 100 अपात्र किसानों को नोटिस जारी करके और जांच के दौरान 22 अपात्र किसानों से राशि की वसूली की गई। कुछ किसानों ने इसकी राशि को लेना बंद कर दियाहै।
करीब 100 किसान हैं वंचित
कुछ किसान ऐसे हैं जिनके खाते में यह राशि अभी तक नहीं पंहुच पाई है। इसका कारण यह है कि कई किसानों का ईकेवाईसी और एनपीसीआइ का कार्य अभी नहीं हुआ है। किसान इस काम को घरबैठे अपने मोबाइल से भी यह काम कर सकते हैं। सीएससी सेंटर और अपने पंचायत के कृषि समन्वयक और किसान सलाहकार के सहयोग से भी कर सकते हैं। इसके बाद राशि खाते में आने लगेगी।