पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने देश के किसान लोगों को होली से पहले ही बड़ा तोहफा दिया है। बता दें की उन्होंने पूर्वी महाराष्ट्र के विदर्भ में यवतमाल जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में पीएम किसान सम्मान योजना के तहत धनराशि को वितरित किया। मोदी सरकार ने इस दौरान किसानों को 16वीं किस्त का तोहफा दिया तथा इस दौरान किसानों के खातों में 21,000 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि को ट्रांसफर किया।
इस दौरान 11 करोड़ से अधिक किसान लोगों को 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम ट्रांसफर की गई। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दौरान कहा “आज सिर्फ एक ‘क्लिक’ से पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) के तहत नौ करोड़ से अधिक लाभार्थी किसानों के बैंक खातों में सीधे 21,000 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए और ‘यही मोदी की गारंटी है।”
शरद पवार पर बोला हमला
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार पर हमला करते हुए कहा “जब उन्होंने (2004 से 2014 तक कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार में) कृषि विभाग संभाला था, तो किसानों के लिए वित्तीय पैकेज की घोषणा की गई, लेकिन धन को लाभार्थियों तक पहुंचने से पहले ही अन्यत्र ठिकाने लगा दिया गया।”
राजीव गांधी का किया जिक्र
इस प्रोग्राम के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जिक्र करते हुए कहा “कांग्रेस सरकारों के दौरान जब केंद्र सरकार से कल्याणकारी योजनाओं के लिए एक रुपया जारी होता था, तब केवल 15 पैसे ही इच्छित लाभार्थी (PM Kisan Beneficiary) तक पहुंचते थे .लेकिन हमारी सरकार लोगों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीते बुधवार को कहा था की “केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है. ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ योजना के तहत अब तक तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि सीधे किसानों के खातों में डाली जा चुकी है।”
किसानों को सालाना मिलता है इतना लाभ
आपको बता दें की पीएम किसान सम्मान निधि योजना केंद्र सरकार की और से चलाई गई योजना है। इसमें भारत सरकार की और से किसान लोगों को सौ प्रतिशत योगदान मिलता है। 1 दिसंबर 2018 से इस योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के तहत जिन किसानों के पास में खेत हैं, उन्हें सरकार की और से तीन सामान किस्तों में 6 हजार रुपये दिए जाते हैं। इस धनराशि को किसानों के खाते में सीधा डाला जाता है।