आपको बता दें की उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले का एक वीडियो इन दिनों काफी वायरल हो रहा है। वीडियो में एक स्कूल को दिखाया गया है। जहां पर स्कूल प्रिंसिपल फेशियल कराती नजर आ रही है। आपको बता दें की यह वीडियो बीघापुर विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय दादामऊ का है।
यहां की प्रिंसिपल संगीता सिंह स्कूल में शिक्षण कार्यों के स्थान पर फेशियल कराती नजर आ रहीं हैं। जब सहायक शिक्षिका ने वीडियो बनाने की कोशिश की तो प्रिंसिपल साहिबा ने सहायक शिक्षिका के साथ मारपीट की तथा उसके हाथ पर काट लिया। इसके बाद में सहायक शिक्षिका ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया तथा पूरी घटना की जानकारी दी।
हेड अध्यापिका के खिलाफ दी तहरीर
आपको बता दें की इस घटना में घायल सहायक शिक्षिका ने बीघापुर कोतवाली में तहरीर दी है। जिसके बाद में पुलिस ने मामले की जांच को शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है की सहायक शिक्षिका की चीख पुकार सुनकर लोगों ने उसकी जान बचाई थी। यह घटना बीघापुर बीआरसी के दादा मऊ विद्यालय की है। हालांकि इस मामले में बेसिक कार्यालय या बीएसए की और से अभी तक कोई करवाई नहीं की गई है। उन्नाव पुलिस ने कहा है की प्राप्त तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराया गया है। आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
#Shocking news Unnao |#यूपी के #उन्नाव में हेड शिक्षिका ने प्राथमिक विद्यालय को बनाया ब्यूटी पार्लर !!
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) April 18, 2024
विद्यालय में बच्चो को पढ़ाने के बजाए चल रहा है ब्यूटी पार्लर, हेड शिक्षिका संगीता सिंह का किचन में फेशियल कराते वीडियो !!
शिक्षण के बजाए रसोई घर मे 'फेशियल' करा रही थी हेड… pic.twitter.com/1ujtKvYiNM
#Shocking news Unnao |#यूपी के #उन्नाव में हेड शिक्षिका ने प्राथमिक विद्यालय को बनाया ब्यूटी पार्लर !!
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) April 18, 2024
विद्यालय में बच्चो को पढ़ाने के बजाए चल रहा है ब्यूटी पार्लर, हेड शिक्षिका संगीता सिंह का किचन में फेशियल कराते वीडियो !!
शिक्षण के बजाए रसोई घर मे 'फेशियल' करा रही थी हेड… pic.twitter.com/1ujtKvYiNM
इंटरनेट यूजर्स ने दी प्रतिक्रिया
इस वीडियो के वायरल होने के बाद में कई यूजर्स ने प्रतिक्रिया दी है। एक यूजर का कहना है की “यह तो भयानक हैं. सजा मिलनी चाहिए.”, इसी प्रकार से एक अन्य यूजर ने लिखा है “सरकारी स्कूल में बच्चे हैं ही नहीं. अधिकतर जगह यही हाल है. मेरे घर के पास सरकार ने लाखों रुपये लगाकर प्राइमरी स्कूल बनाया है जिसमें सुनने में आया है कि आठ टीचर और एक प्रिंसिपल हैं. मैंने आजतक दो टीचर और सात बच्चों से ज्यादा नहीं देखा. बेसिक शिक्षा अधिकारी अपना काम नहीं करते.” एक तीसरे यूजर ने कमेंट किया है की “ऐसी शिक्षक को तत्काल प्रभाव से नौकरी से बर्खास्त करना चाहिए और मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए.”