Rajasthan-gurjar-angry-from-congress: राजस्थान में चुनाव को अब बहुत ही कम दिन बचे है. इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस काफी ज्यादा परेशान चल रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि गुर्जर समाज कांग्रेस से अच्छा खासा नाराज़ है.इस नाराजगी ने कांग्रेस की चिंता को बढ़ा दी है. बता दे राजस्थान में करीब 50 विधानसभा सीटों पर प्रभाव रखने वाले कुल आबादी के नौ फीसदी गुर्जरों का मनना है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता जुटे हुए हैं. वही गुर्जर समाज का कहना है कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में हमने कांग्रेस को यह सोचकर वोट दिया कि सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनेगे. लेकिन उस वक़्त पायलट कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष बना दिए गए थे.
बीजेपी का समर्थन कर रही है गुर्जर समाज
आपकी जानकारी के लिए बता दे उस वक़्त इ चुनाव में कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से लेकर राहुल गांधी के साथ साथ पूरा राष्ट्रीय पायलट के चेहरे पर चुनाव लड़ने की बात कहता रहा, लेकिन बाद में अशोक गहलोत को सीएम बनाकर गुर्जर समाज को धोखा दे दिया. इस वज से पायलट भी कांग्रेस से ख़ासा नाराज़ थे. इस बार के चुनाव में गुर्जर समाज अपना गुस्सा इस हद तक दिखा रहे है कि अब खु वोलकर भाजपा का समर्थन कर रहे हैं और उन्हें वोट देने की बात कर रहे है.
कई सारे इलाकों में नेता का विरोध
बता दे पायलट खेमे की बगावत के वक़्त गहलोत खेमे में शामिल रहने वाले मंत्रियों और विधायकों का गुर्जर बहुल विधानसभा क्षेत्रों में खुलकर विरोध किया जा रहा है. दरअसल गुर्जर समाज की नाराजगी को देखकर पार्टी आलाकमान ने इस मामले में हस्तक्षेप किया है. यही नहीं राहुल और प्रियंका गांधी के आदेश पर प्रचार सामग्री में पायलट के फोटो का दो दिन से इस्तमाल किया जा रहा है. बावजूद इसके गुर्जर समाज का कहना है कि क्या गारंटी है कि सत्ता में आने पर कांग्रेस पायलट को ही सीएम बनाएगी और अशोक गहलोत को नहीं.