नई दिल्ली। Rajasthan News: केन्द्र सरकार की ओर से संचालित की गई फ्री राशन योजना का लाभ आज के समय में करोड़ों लोग उठा रहे है। लेकिन बीच में हो रही धांधली के चलते इस योजना का लाभ से गरीब लोग वंचित होते नजर आ रहाे है। फ्री राशन के नाम पर उन्हें अपने मनमुताबिक चीजों को थमाकर उनका मुंह बंद किया जा रहा है। जिसका सबसे बड़ा कारण है कि जो अनाज उन्हें पहुचायां जाता है। उनके पास तक पहुंचने से पहले ही गायब हो जाता है।

खाद्य सुरक्षा योजना का गेहूं राज्य में खाद्य विभाग के अफसरों की लापरवाही के चलते गरीबों तक नहीं पहुंच पा रहा है। डिपो से गेहूं का उठाव समय पर ना होने से हर साल हजारों क्विंटल गेहूं या तो सड़ जाता है या फिर वहां से गायब कर दिया जाता है। वर्ष 2019 से साल 2024 तक में लगभग 2.73 लाख मीट्रिक टन गेहूं गरीबों के पास तक नही पहुंच पाया है।

सरकार हर राज्य में 4.40 करोड़ लाभार्थियों को हर महीने 2.30 लाख मीट्रिक टन गेहूं का वितरण करते आ रही है।लेकिन पिछले छह साल का आंकड़ा देखा जाए तो साल भर में 2.73 लाख मीट्रिक टन गेहूं गायब हो गया, जो योजना के लाभार्थियों को एक महीने के लिए पर्याप्त होता है। जो अधिकारियों की एक बड़ी लापरवाही बती जा रही है।

इस साल 68 हजार मीट्रिक टन गेहूं लैप्स

बताया जा रहा है कि इसका साल 68 हजार मीट्रिक टन गेहूं का उठाव अनाज मंडी से नही उठाए जाने के कारण वो उसी जगह पर सड़ गया। जिसके बाद नवंबर में 30 हजार मीट्रिक टन गेहूं लैप्स हो गया।

27 हजार किलो गेहूं गायब

जयपुर जिले में भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिली है। जहां हजारों क्विंटल गेहूं डीलर के पास तक पहुंचने से पहले ही रास्ते में गायब हो गया। इस साल जुलाई से अटूबर तक 27 हजार किलो गेहूं राशन की दुकानों तक नहीं पहुंचा। नवंबर में 73 हजार क्विंटल गेहूं लैप्स हो गया।