नई दिल्ली।केंद्र सरकार ने बुजुर्ग नागरिकों की सहुलियतों को ध्यान मं रखते हुए ऐसी कई योजनाएं निकाली है जो उनके बुढ़ापे का बड़ा सहारा बनकर सामने आ रही है। फिर चाहे स्कीम में इनकी वृद्धावस्था पेंशन योजना हो या फिर अटल पेशन योजना जो बुजुर्गों की रोज की जरूरतों के पूरा करने के लिए बनाई गई है। लेकिन इनके बीच एक कार्ड और है वो उन लोगों के लिए है जो 60 साल की उम्र पार कर चुके हैं। इस उम्र के लोगों के लिए बन रहे कार्ड का नाम सीनियर सिटीजन आईडी कार्ड है।

क्या है सीनियर सिटीजन कार्ड?

सीनियर सिटीजन कार्ड  बुजुर्गों के लिए एक क्रेडिट कार्ड की तरह ही है। क्योंकि, इस कार्ड में कार्डधारक बुजुर्ग की वैलिड डिटेल भी होती है। इस कार्ड का उपयोग करके सीनियर सिटीजन्स कई तरह की सरकारी योजनाओं का फायदा उठा सकते है।

कैसे बनता है ये कार्ड?

सीनियर सिटीजन्स कार्ड राज्य सरकार के स्तर पर ही बनता है। यदि आप इस कार्ड को बनवाना चाहते हैं तो इसके लिए पको राज्य सरकार की वेबसाइट पर जाना होगा और वेदन करना होगा।  इसके बाद आपको वेरिफिकेशन के लिए भी कुछ दस्तावेज जमा करने होंगे। पैन कार्ड, पासपोर्ट या स्कूल का सर्टिफिकेट देकर आप अपनी उम्र वेरिफाई करवा सकते हैं।

एज प्रूफ कार्ड को बनवाने के लिए दिए जाने वाले जरूरी डॉक्यूमेंट्स में से एक है। इसके अलावा अपने घर का या जिस जगह पर आप रह रहे है उस स्थान का प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराना होगा। इसके लिए भी पासपोर्ट या वोटर आईडी, बिजली, फोन का बिल या राशन कार्ड दे सकते हैं। अपने मेडिकल जानकारी भी आपको रिपोर्ट के साथ देनी होगी।

सीनियर सिटीजन कार्ड के फायदे

सीनियर सिटीजन कार्ड बना रहने से आपको इसका फायदा रेलवे स्टेशन पर होता है। जहां बुजुर्गों के लिए अलग से काउंटर होता है। वहां से वो आसानी से टिकट ले सकते हैं। इस कार्ड को रखने वाले बुजुर्गों को कम इनकम टैक्स देना होता है। इसके अलावा इनकम टैक्स में भी कुछ मामलों में छूट मिल जाती है। साथ ही कुछ एफडी पर आम लोगों से ज्यादा ब्याज भी मिल सकता है। कार्ड के जरिए सरकारी अस्पतालों में मुफ्त या कम दरों पर इलाज भी मिल सकता है।