Sirohi Breed Goat:बकरी पालन कोई नई बात नहीं है। बकरी पालन कोई भी कर सकता है। बकरी दूध देती है तो उसकी आय जारी रहती है। बकरी का दूध भी काफी महंगा होता है। लेकिन बकरी के बच्चे जब बड़े होते हैं तो वे भी आय का जरिया बनते हैं। बकरा सिर्फ 100 में से 1 बमुश्किल पाला जाता है। बाकी सब काटने के लिए ही तैयार किए जाते हैं। 2 साल तक बकरे को अच्छा खिला पिलाकर तैयार किया जाता है। इसमें 1 साल पर बेचा जाए तो 25 हजार रूपए तक का मुनाफा मिल सकता है। 2 साल में यह बढ़कर 40 हजार तक पहुँच जाता है।

अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो बकरी पालन का शौक रखते है तो ये खबर आपके लिए है. ऐसा इसलिए क्योंकि सिरोही नस्ल की बकरी काफी धाकड़ होती है. इस नस्ल की बकरी लोगों को अच्छा खासा मुनाफा दिलाती है. आप 200 बकरों का बैच भी चलाते हैं तो आपको सालाना कमाई आराम से 25 लाख रूपए की हो जाएगी। चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं.

सिरोही नस्ल की बकरी

बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं की सिरोही नस्ल की बकरी की मार्केट में बहुत ज्यादा डिमांड है. दरअसल ये बकरी एक समय में 1 लीटर तक दूध देने में सक्षम है. यही नहीं इस नस्ल की बकरी मार्किट में काफी महंगी कीमत में बिकती है. बता दे की बकरी की 37 नस्लें होती है. उन्ही 37 में से एक नस्ल सिरोहि नस्ल की बकरी होती है. सबसे अच्छी और फायदे की बात तो ये है की इसे पालने खर्च भी काफी कम होता है. यही नहीं इस बकरी का दूध अच्छे स्वस्थ्य के लिए लाभदायक होता है.

कहाँ पाई जाती है इस नस्ल की बकरी

अगर आप भी बकरी पालन कर्णक चाहते है तो आपके लिए ये जानना जरुरी है की असल में इस नस्ल की बकरी पायी कहाँ जाती है. दरअसल इस नस्ल की बकरी ज्यादातर राजस्थान, गुजरात और उत्तर प्रदेश के राज्यों में सबसे ज्यादा पाई जाती हैं. यही नहीं ये बकरियां ज्यादातर चारे का भोजन करती हैं और इनको खट्टा, मीठा और कड़वा चारा खाना ही पसंद होता है. यही नहीं इसके अलावा उनको फलों को भी खाना अच्छा लगता हैं.

ऐसी होती है सिरोही बकरी की पहचान

असल में इस नस्ल की बकरियां आकार में छोटी होती है. यही नहीं इनके शरीर का रंग भूरा होता हैं. असल में इस प्रजाति की बकरी के कान लंबे होते हैं. यही नहीं इनके बाल आकार में छोटे व कुछ मोटे होते हैं. इनके सींग मुड़े होते हैं. इस नस्ल की मादा बकरी की लंबाई 62cm और नर बकरे की लंबाई 80 सेमी तक होती है.