नई दिल्ली। कहते हाै प्यार की कोई उम्र नही होती। जिस किसी पर  दिल आ जाए, प्यार हो जाता है। ऐसा ही एक इश्क की दिवानगी का मामला  बिहार के जमुई में देखने को मिला.जहां एक बूढ़ें मिजाजी ससुर को दामाद ने प्यार करने का ऐसा सबक सिखाया, कि उसके सुनने के बाद वो प्यार का नाम भूल जाएगा।   ससुर ने बुढ़ापे में अपनी पत्नी को धोखा देकर पत्नि की भाभी से रिश्ता जोड़ लिया। जब यह बात पत्नि के साथ घर के सभी सदस्यों को पता चली, तो वे लोग पहले दंग रह गए। इसके बाद दामाद ने पूरे गांव की पंचायत बैठाई,और अपनी सास के न्याया दिलाया। जिसके बाद पचायत ने  ससुर के खिलाफ जो फैसला सुनाया वो  हैरान कर देने वाला था।

जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र से आया यह मामला उमनतरी गांव का है जहां प्रदीप साव नाम के शख्स को अपनी ही सरहज से प्यार हो गया था। और इन दोनों के बीच का प्रेम संबंध  पिछले 12 सालों से चल रहा था। जिसके चलते वो अपनी पत्नि को छोड़कर अपनी ही ससुराल केंडीह में रहने के लिए आया करता था

जिसके बाद जब उनके परिवार के सदस्यों को सकी भनक लगी तब उन्होंने इसकी शिकायत ग्रामीणों से की। इसके बाद गोपालपुर निवासी उनके दामाद ने पूरे गांव की पंचायत बैठा दी। जिसके बाद इस मामले में सुनवाई की गई।

गांव की पंचायत में प्रदीप साव के साथ उसकी प्रेमिका सरहज सुधा देवी को भी बुलाया गया। बताया जा रहा है कि प्रदीप साव की पत्नी करीब 12 वर्ष से पैरालिसिस के अटैक से पीड़ित है , जिसके चलते उसने अपनी पत्नी को छोड़ दिया था वहीं सरहज के साथ पति भी मानसिक रूप से कमजोर है जिससे परेशान होकर सुधा देवी भी अपने पति से दूर रहना चाहती थी। दोनों ही अपने रिश्ते की कमजोरी का फायदा उठाकर 12 सालों से एक दूसरे के साथ रह रहे थे।

पंचायत ने सुनाया ये फैसला

इस मामले को लेकर जब बीते रविवार देर शाम गांव में पंचायत लगाई गई,तब दोनों पक्षों को पनी बात रखने का अवसर दिया गया, जिसे सुनकर पंचायत ने 6 सदस्यों की एक कमेटी बनाई। पंचायत ने इस मामले को गहरी से सुनने के बाद अपना फैसला सुनाते हुए प्रदीप साव को केंडीह गांव से निकाल देने का आदेश दिया, और दोबारा कभी केंडीह वापस नहीं लौटेगा। साथ ही पंचायत ने यह भी फैसला सुनाया कि वह अपने हिस्से की सारी संपत्ति अपनी पत्नी और बेटे के नाम लिख देगा। इसके लिए उसे समय भी दिया गया है। वहीं उसकी सरहज सुधा देवी को भी उमनतरी गांव नहीं जाने की सजा सुनाई गई है।