यह कहानी जुनेजा बंधुओं की है, जो उत्तर प्रदेश के मेरठ से ताल्लुक रखते हैं। जुनेजा परिवार के दो भाइयों, रमेश जुनेजा और उनके छोटे भाई राजीब जुनेजा, ने अपने अनुभव और समझ का उपयोग करते हुए भारतीय फार्मा उद्योग में बड़ी सफलता प्राप्त की है।

रमेश जुनेजा, जो अब 69 वर्ष के हैं, एक फार्मा कंपनी में मार्केटिंग प्रतिनिधि थे, जबकि उनके छोटे भाई एक केमिस्ट की दुकान पर काम करते थे। उनके ऑन-फील्ड अनुभव और इस क्षेत्र में काम करने की पृष्ठभूमि ने उन्हें ग्रामीण और छोटे शहरों के ग्राहकों की अनूठी जरूरतों को समझने में मदद की।

इसके आधार पर रमेश जुनेजा ने 1995 में मैनकाइंड फार्मा की नींव रखी, जिसके लिए उन्होंने 50 लाख रुपये की शुरुआती पूंजी का उपयोग किया। आज, मैनकाइंड फार्मा एक प्रमुख फार्मास्युटिकल कंपनी बन चुकी है, जो भारत के लोकप्रिय उपभोक्ता हेल्थ ब्रांड जैसे प्रेगा न्यूज, मैनफोर्स, हेल्थओके, और गैस-ओ-फास्ट के लिए जानी जाती है।

रमेश जुनेजा ने गढ़े हैं ब्रांडो के नाम

आपको बता दें कि इन सभी ब्रांडों के नाम रमेश जुनेजा ने ही गढ़े हैं, जिन्होंने भारतीय बाजार में बड़ी हिस्सेदारी पर कब्जा किया है। राजीव जुनेजा ने मूल्य निर्धारण और मार्केटिंग रणनीति को लागू करने पर काम किया, और वॉल्यूम को बढ़ाने के लिए मैनकाइंड ने एक्सपर्ट्स की बजाय सामान्य डॉक्टरों को चुना।

पांच सालों से कंपनी है नंबर वन

इस कंपनी की दवाओं की कीमत अन्य दवाओं की तुलना में काफी कम थी। इन्हीं कोशिशों की वजह से कंपनी पिछले पांच सालों से नंबर वन पर है। मैनफोर्स कंडोम, ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव प्रेगा न्यूज और अनवांटेड 72, गैस-ओ-फास्ट (एंटासिड), एक्नेस्टार (स्किन ब्रांड) और मल्टीविटामिन हेल्थओके न्यूज भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाले कंज्यूमर हेल्थ ब्रांड्स में से हैं।