Kalakand Sweet:दीपावली के दिन में सबसे ज्यादा चहल पहल देखने को मिलती है. सबसे ज्यादा पटाखों के दूकान पर और मिठाई कि दुकान में भीड़ रहती है. यही एक वक़्त है जब सबसे ज्यादा रौनक मिठाई की दूकान पर दिखाई देते है. आज कल भरतपुर के बाजारों में रौनक एवं चहल पहल दिखने लगते है. वहीं दूसरी ओर भरतपुर में मिल रहे हैं देसी कलाकंद की डिमांड देखने को मिल रहा है. यह एक मिठाई ऐसी है जो लोग सबसे ज्यादा पसंद करते हैं.
वैसे भी भरतपुर में देसी कलाकंद को लोग काफी ज्यादा पसंद करते हैं. ऐसे में इस कलाकंद की सर्वाधिक बिक्री एवं डिमांड देखने को मिलते है. सबसे ज्यादा दीपावली के दिन कलाकंद की डिमांड बहुत ज्यादा रहती है. वही लोग दीपावली के त्योहार पर इस कलाकंद को काफी ज्यादा पसंद करने वाले हैं. लोग इसे अपने घरों के लिए लेकर जाते हैं. ये एक ऐसी मिठाई है जो सबको पसंद आती है.
320 रुपए किलो बिकती है
आपकी जानकारी के लिए बता दे असल में भरतपुर में इस कलाकंद की रेट ₹320 रुपये किलो है. यह मिठाई बिलकुल ही शुद्ध एवं स्वच्छ तरीके से बनाया जाता है. खुद इस बात को दुकानदार बताते है कि दीपावली पर ज्यादार ग्रामीण लोग इसी कलाकंद को पसंद करते हैं और अपने घरों के लिए लेकर जाते हैं. वहां पर इस कलाकंद की डिमांड इतनी ज्यादा है कि यह भरतपुर के अलावा आस-पास के इलाकों में जाते है. सबसे ज्यादा इसकी डिमांड जयपुर दिल्ली और मुंबई में रहती है.
बता दे असल में यह कलाकंद दूध का मावा बनाकर और चीनी की चाशनी बनाकर दोनों को मिलाकर तैयार किया जाता है. यही नहीं असल में इसे 7 से 8 घंटे के लिए बनने के लिए एक सुरक्षित स्थान पर रख दिया जाता है और लीजिए तैयार है आपका यह मिठाई.