नई दिल्ली। PM Vidyalaxmi Yojana: देश की केन्द्रीय सरकार गरबी लोगं को उत्थान के लिए तरह तरह की योजनाएं पेश कर रही है जिससे वो उनकी आर्थिक रूप से मदद कर रही है। फिर इन योजनाओं में लाडली बहन योजना हो, या फिर बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं योजना हो। किसान की मदद के लिए सरकार उन्हें कई तरह की सब्सिडी के साथ लोन मुहैया करा रही है। अब इसके बीच सरकार ने ऐसी योजना जारी की जो देश के बच्चों के लिए वरदान बनकर साबित होगी।

6 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट की हुए मीटिंग में एक नई योजना को मंजूरी दी गई है। इस योजना का नाम है प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना है जो गरीब छात्रों के लिए वरदान बनकर साबित होगी।

भारत में गरीब वर्ग में कुछ लोग ऐसे है जो पैसों की तंगी के चलते गे की पढ़ाई पूरी नही कर पाते है। इस योजना से अब बच्चे शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई करने के साथ छात्रों को आर्थिक मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। योजना में छात्रों को एजुकेशन लोन पर सब्सिडी भी दी जाएगी।

क्या है प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना?

प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना का लाभ बच्चे स समय उठा सकते है जब वो हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशन (QHEI) में एडमिशन लेने, ट्यूशन फीस और बाकी के खर्चों को कवर करने के लिए यह लोन बिना किसी गारंटी के बैंकों से आपको मिल सकता है। प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना के तहत एक सरल और ट्रांसपेरेंट सिस्टम बनाया गया है, जो पूरी तरह से डिजिटल होगा।

प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना के तहत विद्यार्थी 7.5 लाख रुपये तक का लोन ले सकते है जिसमें सरकार 75% क्रेडिट गारंटी भी दे रही है।

 छात्रों को मिलेगा फायदा

इस योजना का लाभ वे ही लोग उठा सकते है जिन परिवारों की सलाना इनकम 8 लाख या इससे कम हैं। जो किसी तरह की सरकारी स्कॉलरशिप या और किसी ब्याज पर छूट योजना का लाभ नहीं रहे हैं। उन लोगों को मॉरेटोरियम पीरियड के दौरान 10 लाख रुपये तक के लोन पर 3 प्रतिशत ब्याज छूट भी दी जाएगी।