नई दिल्ली। रणथम्भौर के जंगल में काफी समय के बाद खुसी की लहर दौड़ी है जब बाघिन सिद्धी यानि टी-125 के तीन बच्चों के जन्म दिए जाने की खबर सामने आई है। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बाघिन सिद्धी रणथम्भौर की कुण्डेरा रेंज में लगे फोटो ट्रैप कैमरे में तीन शावक के साथ कैद हुई है। जो वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर है।

वन अधिकारियों ने बताया कि बाघिन सिद्धी रणथम्भौर की मशहूर बाघिन एरोहैड यानि टी-84 की संतान है। सिद्धी बाघिन की उम्र करीब 6 साल के आसपास की हा जिसने अब पहली बार तीन शावकों को जन्म दिया है। वर्तमान में बाघिन का विचरण बाघ टी-112 के साथ बताया जा रहा है।  बताया जा रहा है कि एक साल पहले से बाघिन की शारीरिक संरचना में बदलाव नजर आना शुरू हो गए थे लेकिन 1 साल से इसके बच्चे होने का इंतजार हर की कर रहा था।

यह है विचरण क्षेत्र

वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार हर बाघिन का अपना एक क्षेत्र होता है जिसमें किसी दूसरे बाघ भाघिन की एट्री नही हो सकती है। ऐसे में सिद्धी का जोन तीन व चार में था लेकिन बाद में सिद्धी की बहन रिद्धी ने वहां अपनी शक्ति से हक जमा लिआ और सिद्धी को वहां से खदेड़ दिया। इसके बाद सिद्धी ने कुण्डेरा रेंज में नया आशियाना बनाया। वर्तमान में सिद्धी का मूवमेंट पीपली देह, दर्रा, अनदपुरा, भदलाव तालाब आदि वन क्षेत्र में है।

करीब दो माह के हैं शावक

वन अधिकारियों ने बताया कि कुण्डेरा रेंज के अनदपुरा वनक्षेत्र में बाघिन सिद्धी के साथ तीन शावक उसके साथ चलते नजर आए। जो फैंस के लिए अच्छी खबर साबित हुई हैं।