बाज जिस प्रजाति का पक्षी है उसमें कई धुरंधर पक्षी शामिल हैं। इसमें फाल्कन (Falken) पक्षी सबसे ज्यादा तेज होता है, यह पक्षी छोटे आकार का होता है, लेकिन इसकी क्षमताएं अद्वितीय होती हैं। फाल्कन पक्षी विशेष रूप से अपनी तेज़ गति और शिकार करने की कुशलता के लिए जाना जाता है।

फाल्कन पक्षी की सबसे बड़ी विशेषता इसकी तेज़ गति है। यह 300 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है, जो इसे सबसे तेज उड़ने वाला पक्षी बनाता है। यह स्पीड किसी गोली की गति से भी तेज होती है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पूरी दुनिया में आकाश में उड़ने वाले पक्षियों की 10,906 प्रजातियां है, जिसमें से सिर्फ 1,353 पक्षी प्रजाति ही पायी जाती है। इसमें से कुछ पक्षी काफी ऊंची उड़ान भरते हैं। इस लिस्ट में सबसे पहला नंबर चील और फिर दूसरे नंबर पर बाज आता है।

इसके अलावा इन दोनों पक्षियों की नजर भी काफी तेज होती है, और दोनों काफी ऊंचाई से उड़ान भरते हैं। ऊंचाई से उड़ने के बाद भी दोनों जमीन में बैठे अपने शिकार को आसानी से देख लेते हैं। तो चलिए अब आपको इन दोनों पक्षियों में अंतर् बताते हैं।

चील और बाज में अंतर

  • चील का आकार बाज से बड़ा होता है। इसकी चोंच मजबूत और मोटी होती है, जबकि इसके पंख चौड़े और फैले हुए होते हैं, जो इसे ऊंची उड़ान भरने और अधिक समय तक आकाश में मंडराने में मदद करते हैं। तो वहीं बाज की चोंच तीखी और नुकीली होती है। इसके पंख पतले और लम्बे होते हैं, जो उसे तेजी से उड़ने और तेज़ी से दिशा बदलने में सक्षम बनाते हैं।
  • चील आमतौर पर मछली, छोटे जानवरों, पक्षियों, और सरीसृपों का शिकार करती है। यह अपनी शक्तिशाली चोंच और पंजों का इस्तेमाल कर बड़े शिकार को भी उठा सकती है। तो वहीं बाज छोटे पक्षियों, कीड़ों, और छोटे स्तनधारियों का शिकार करते हैं।
  • चील की दृष्टि बहुत ही तेज होती है, जिससे यह बहुत दूर से ही शिकार को देख सकती है। इसकी आँखें बड़ी और गहरी होती हैं। बाज की दृष्टि भी अत्यधिक तेज होती है, लेकिन यह अधिकतर पास के शिकार को देखता है और जल्दी से हमला करता है।