गूगल, दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित टेक कंपनियों में से एक है, जहां नौकरी पाने का सपना लाखों लोग देखते हैं। इस सपने के पीछे सिर्फ आकर्षक सैलरी ही नहीं, बल्कि कंपनी द्वारा दिए जाने वाले विशेष लाभ और सुविधाएं भी हैं। इनमें सबसे चर्चित और लोकप्रिय सुविधा है – मुफ्त खाना। गूगल अपने कर्मचारियों को बेहतरीन, स्वादिष्ट और पूरी तरह से मुफ्त भोजन उपलब्ध कराता है।
कई लोग यह जानने के लिए उत्सुक होते हैं कि आखिर गूगल अपने कर्मचारियों को मुफ्त में खाना क्यों देता है? क्या यह सिर्फ एक आकर्षण का जरिया है, या इसके पीछे कुछ और कारण छिपे हैं? इस सवाल का जवाब खुद गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में दिया।
क्यों गूगल देता है मुफ्त खाना?
सुंदर पिचाई हाल ही में ‘द डेविड रुबेनस्टाइन शो: पीयर टू पीयर कन्वर्सेशन’ में शामिल हुए, जहां उन्होंने इस दिलचस्प सवाल का जवाब दिया। पिचाई ने कहा कि मुफ्त भोजन देना केवल कर्मचारियों के लिए एक सुविधा नहीं है, बल्कि इससे कंपनी को भी बड़ा फायदा होता है। उन्होंने बताया कि कैफे में मुफ्त खाना देने का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों को एक ऐसा माहौल देना है, जहां वे रचनात्मकता से भरे रहें और एक-दूसरे से संवाद कर सकें।
कैफे में जन्मे नए विचार
पिचाई ने बताया कि गूगल के कैफे में कर्मचारी जब भोजन करते हुए एक-दूसरे से बातचीत करते हैं, तो अक्सर वहां से नए और रचनात्मक विचार निकलकर आते हैं। यह विचार न सिर्फ कर्मचारियों को जोड़ते हैं, बल्कि कंपनी के विकास में भी योगदान देते हैं। पिचाई ने अपने शुरुआती दिनों का जिक्र करते हुए कहा कि वह खुद भी कैफे में अन्य कर्मचारियों के साथ बातचीत करते थे, और उन्हें वहां से कई नए आइडियाज मिलते थे।
उन्होंने स्पष्ट किया कि क्रिएटिविटी को बढ़ावा देने के लिए कर्मचारियों को एक ऐसा माहौल देना बेहद जरूरी है, जहां वे आराम से सोच-विचार कर सकें। मुफ्त भोजन का खर्च कंपनी को जितना उठाना पड़ता है, उससे कहीं अधिक लाभ उसे नए विचारों से होता है।
गूगल के जॉब ऑफर्स को क्यों पसंद करते हैं कैंडिडेट्स?
इंटरव्यू के दौरान सुंदर पिचाई ने बताया कि गूगल में नौकरी पाने के लिए आवेदन करने वाले लगभग 90% कैंडिडेट्स, गूगल का ऑफर मिलते ही उसे स्वीकार कर लेते हैं। यह गूगल की आकर्षक कार्यसंस्कृति का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि गूगल न केवल प्रतिभाशाली उम्मीदवारों को आकर्षित करता है, बल्कि उन्हें एक ऐसे वातावरण में काम करने का अवसर भी देता है, जहां वे खुद को विकसित कर सकते हैं।
जब पिचाई से पूछा गया कि गूगल एंट्री-लेवल जॉब्स के लिए कैंडिडेट्स में क्या देखता है, तो उन्होंने बताया कि यह जॉब के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। खासकर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में, गूगल ऐसे प्रोग्रामर्स की तलाश करता है जो न केवल कंप्यूटर साइंस की गहरी समझ रखते हों, बल्कि सीखने के लिए भी तैयार हों।