नई दिल्ली। Breast Cancer Symptoms: टीवी जगत की संस्कारी बहू के रूप में घर घर में पहचानी जाने वाली एक्ट्रेस हिना खान (Hina Khan) अब इन दिनों एक खतरनाक बीमारी से जूझ रही है। एक जांच के दौरान पुष्टि हुई है कि उन्हें तीसरी स्टेज का ब्रेस्ट कैंसर डायग्नोज हुआ है। इस खबर को सुनने को बाद फैंस काफी निराश है। हिना ने अपनी बीमारी का खुलासा सोशल मीडिया पर शेयर किए गए पोस्ट से किया है। बता दें कि कैंसर ऐसी जानलेवा बीमारी है जिसका नाम सुनकर ही लोग दहशत में आ जाते हैं।

यदि इस बीमारी के समय पर इलाज सही तरीके से कर दिया जाए तो इसमें आप सफलता पा सकते है। सके ले आपको पहले शरीर में दिखने वाले कुछ लक्षणों पर ध्यान में रखना होगा। क्योकि कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के लक्षण आम बीमारी से काफी अलग होते है। और जिसमें ब्रेस्ट कैंसर भारत में ही नही दुनियां भर में तेजी से फैल रहा है। स्‍तन कैंसर से जुडी बीमारी की जानकारी BLK-MAX हॉस्पिटल की मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. अदिति विदुषी ने इस साक्षात्‍कार में देते हुए बताया कि  कैंसर होने का कारण क्या है।, ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण, और बचाव के उपाय।

ब्रेस्ट कैंसर क्या होता है?

डॉ. अदिति विदुषी से पूछे गए सवाल में कैसर के बारे में कहती हैं कि पहले एक समय ऐसा था जब तेजी से सर्वाइकल कैंसर फैला हुआ था लेकिन इस समय सबसे ज्यादा केस महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के देखने को मिल रहे है। इसमें महिलाएं स्तन के अंदर जो टिश्यू होते हैं, वो धीरे धीरे गांठ का रूप लेते हुए बढ़ना शुरू करते हैं। स्टेज थ्री तक पंहुचने तक गांठ का साइज़ दो से पांच सेंटिमीटर ज़्यादा बढ़ जाता है। फिर यह गांठ धीरे धीरे कांघ (armpit )तक फैलने लगती है। जब यह आक्शिला (axilla ) तक पहुंचती है तब इस बीमारी को स्टेज थ्री कहा जाता है जो आगे चलकर कैंसर का रूप ले लेता है।

कैसे किया जाता है बचाव?

स्टेज थ्री में गांठ को ऑपरेट नही किया जा सकता हैं। लेकिन कैंसर का इंजेक्शन और कीमोथेरेपी देकर इस टूयमर के साइकिल के आकाकर को कम किया जाता है। जब टूयमर का गांठ छोटा हो जाता है तब इस ऑपरेशन के द्वारा हटा दिया जाता है। स्तन कैंसर का पता लगाने के लिए सबसे पहले मैमोग्राफी टेस्ट करते हैं। मोग्राफी से ऐसे ट्यूमर का पता चल सकता है जो महसूस करने में बहुत छोटे होते हैं।

 ब्रेस्ट की नियमित कराएं जांच

स्तन कैंसर का खतरा ज्यादातर 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में देखने को मिलते हैं। हालांकि, अब कम उम्र की महिलाएं भी इस बीमारी के चपेट में आ रही है। इसलिए यदि थोड़ा सा भी स्तन पर गांठ के लक्षण देखने को मिलते है तो इसके लिए अपनी नियमित जांच करवाएं। सफल ट्रीटमेंट होने से बीमारी का पता लग जाता है और सफल इलाज होने से जिंदगी बच जाती हैं।