केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2025 की 10वीं और 12वीं कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाओं की सुरक्षा और निष्पक्षता को मजबूत करने के लिए एक अहम कदम उठाया है। CBSE ने सभी परीक्षा केंद्रों में कैमरे लगाना अब अनिवार्य कर दिया गया है।

इस तरह से परीक्षाओं में किसी भी तरह की गड़बड़ी और अनुचित साधनों के प्रयोग को आसानी से रोका जा सकेगा। CBSE के परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज ने इस संबंध में स्कूलों के प्रधानाचार्यों को पत्र भेजकर स्पष्ट निर्देश दे दिए हैं कि बिना सीसीटीवी निगरानी के किसी भी स्कूल को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा।

स्कूलों में CCTV कैमरे लगाना अनिवार्य

CBSE की इस नई नीति के अनुसार, सभी स्कूलों को उच्च-रिजॉल्यूशन वाले कैमरे लगाने आवश्यक होंगे, जो परीक्षा हॉल के प्रत्येक क्षेत्र, जैसे प्रवेश, निकास और परीक्षा डेस्क को कवर करेंगे। यह सुनिश्चित किया गया है कि परीक्षा देने वाले सभी छात्र कैमरे की निगरानी में हों। इसके अलावा, सभी परीक्षा फुटेज को रिकॉर्ड कर सुरक्षित तरीके से संरक्षित किया जाएगा ताकि आवश्यक होने पर इनकी समीक्षा की जा सके।

CBSE के नए निर्देश

CBSE ने यह भी निर्देश दिया है कि केवल नामित परीक्षा अधिकारी और सुरक्षा कर्मी ही सीसीटीवी फुटेज की लाइव फीड तक पहुंच सकेंगे। इसके अलावा, हर 10 कमरों के लिए एक निरीक्षक नियुक्त किया जाएगा, जो सीसीटीवी फुटेज की निगरानी करेगा और किसी भी अनुचित गतिविधि की रिपोर्ट करेगा।

फरवरी 2025 में हो सकती हैं परीक्षाएं

CBSE की बोर्ड परीक्षाएं फरवरी 2025 में शुरू होने की उम्मीद है, जिसमें भारत और 26 अन्य देशों के करीब 8,000 स्कूलों में लगभग 44 लाख छात्र शामिल होंगे। बोर्ड का मानना है कि सीसीटीवी की अनिवार्यता से परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित होगी, जिससे छात्रों और शिक्षकों का विश्वास भी बढ़ेगा।