नई दिल्ली। छोटे पर्दे पर आने वाला तारक मेहता का उल्टा चश्मा काफी लंबे समय से दर्शको के पहली पसंद बनता आया है। इस शों के हर कलाकार का किरदार बेहद सराहनीय रहा है। लेकिन अब इस शो से हर कलाकार का बाहर होना सबके बीच एक प्रश्न बनता जा रहा है। इन दिनों शो के निर्माता असित मोदी विवादों में घिरे हुए हैं।

अभी कुछ समय में इस शो की बबीता ने भी उनके उपर कई तरह के अरोप लगाते हुए इस शो में काम करने से मना कर दिया था। जिसका मामला अभी दबा नही था कि इस शो की दूसरी अभिनेत्री जेनिफर मिस्त्री ने भी असित मोदी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। अब तीसरा मामला सामने आया है जहां इस शो की एक और एक्ट्रेस मोनिका भदौरिया ने असित मोदी पर सेट पर उन्हें टॉर्चर करने के आरोप लगाए है। मोनिका इस शो में ‘बावरी’ का किरदार निभाती थीं।

मोनिका भदौरिया ने असित मोदी के गंदे व्यवहार के चलते 2019 में शो को  छोड़ दिया था जिसके बाद निर्माता ने उन्हें तीन महीने का बकाया भी नहीं दिया। अभिनेत्री ने कहा कि आसित मोदी के साथ पिछले एक साल से अपने पैसो को लेकर लड़ाई चल रही है। लेकिन ना तो मेरा पैसा मिला ना ही और भी ऐसे कलाकार है जिनकाका पैसा रोक रखा है, चाहे वह राज अनादकट हो, गुरुचरण सिंह भाई।

अभिनेत्री ने कहा कि जब मेरे माता पिता की मौत हुई थी उनकी मौत के सात दिन बाद ही फोन करके मुझसे सेट पर रिपोर्ट करने के लिए कहा गया था, जब मैंने कहा कि मेरी हालत ठीक नहीं है तो उनकी टीम ने कहा- “कि हम आपको पैसा दे रहे हैं, जब भी हम चाहें आप को सेट पर आना पड़ेगा। भले ही आपकी मां अस्पताल में भर्ती हों या कोई और। मेके पास पैसे की तंगी के साथ काम की कमी थी जिसके चलते मुझे सेट पर जाना पड़ा। मैं हर दिन बस रोती थी। मुझे सेट पर समय से पहले बुला लिया जाता था। और मेरे साथ मिसबिहेव के साथ गुंडागर्दी भी करते थे। असित मोदी कहते हैं कि मैं एक भगवान हूं।

मोनिका भदौरिया ने निर्माता असित मोदी के रवैये का खुलासा करते हुए कहा – कि हर किसी कलाकार को काम करने से पहले एक कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर कराए जाते थे कि मीडिया में उनके बारे में की भी बुरा नही बोलेगा, जिसके कारण कोई भी कलाकार उनके खिलाफ नहीं गया। क्योकि सबको अपनी नौकरी बचानी थी।

अभिनेत्री ने आरोप लगाया कि शो के कार्यकारी निर्माता सोहिल रमानी ने ‘नट्टू काका’ को भी गाली दी थी। और हर किसी कलाकार का पैसा मारकर ये लोग अपनी जैब भरते थे वहां पर पैसे की बेईमानी की जाती रही हैं। और कुत्ते के जैसा ट्रीट किया जाता था।