नई दिल्ली: चक्रवर्ती तूफान दाना के संभावित खतरे को देखते हुए ओडीशा और पश्चिम बंगाल में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गई है। बंगाल से 1 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। दूसरी ओर तूफान के खतरे को देखते हुए 80 हज़ार से ज़्यादा लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है।

यदि ओडीशा की बात करें तो यहां पूर्वी तट रेलवे भी इस तूफान से निपटने की तैयारी कर चुका है। रेलवे के महाप्रबंधक परमेश्वर फुंकवाल ने बताया कि, “पूर्वी तट रेलवे दाना तूफान से बचाव की तैयारी पूरी करली है। दूसरी ओर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पूर्वी तट रेलवे और दक्षिण-पूर्वी रेलवे के महाप्रबंधकों से चर्चा कर मौजूदा स्थिति की समीक्षा की। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आपातकालीन टीमों को तैनात कर दिया गया है। एनडीआरएफ की 288 टीमें ओडिशा में तैनात की गई हैं.

साइक्लोन दाना के खतरे को देखते हुए प्रशासन के अधिकारियों ने देश और दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं को पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर की यात्रा से बचने की सलाह दी है। हालांकि पुरी के जगन्नाथ मंदिर की सुरक्षा और संभावित खतरे के मद्देनजर आपदा से निपटने की तैयारियां पूरी करली गई है।

8 से 12 बजे के बीच टकरा सकता है तट से:

मौसम विभाग की माने तो चक्रवर्ती तूफान दाना का जो बड़ा अपडेट सामने आया है। उसके मुताबिक रात 8 बजे से 12 बजे के बीच ये ओडिशा के तट से टकरा सकता है।

10 राज्यों में दाना तूफान का दिख रहा है असर:

दाना साइक्लोन का असर ओडिशा, बंगाल के अलावा 10 राज्यों में नज़र आने लगा है। कई ओडिशा और बंगाल से जुड़े कुछ इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। देर रात तक समुद्र तट से टकराने से और अंधी पानी देखने को मिल सकता है।