गूगल ने अपने स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं के लिए नई एंटी-थेफ्ट सुविधाएँ पेश की हैं, जो एंड्रॉयड 10 और उसके बाद के वर्शन पर काम करने वाले उपकरणों के लिए उपलब्ध होंगी।

यह घोषणा कंपनी ने इस वर्ष के Google I/O डेवलपर सम्मेलन में की थी। अब ये सुविधाएँ धीरे-धीरे Play सेवाओं के माध्यम से रोल आउट की जा रही हैं, जिससे उपयोगकर्ताओं को बेहतर सुरक्षा का अनुभव मिल सके।

थेफ्ट डिटेक्शन लॉक

इन नई सुविधाओं में थेफ्ट डिटेक्शन लॉक शामिल है, जो उपयोगकर्ता के फोन को अचानक छीनने की स्थिति में अपने आप लॉक कर देती है। यह सुविधा फोन के सेंसर और वाई-फाई कनेक्शन का उपयोग करती है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या फोन का उपयोग करते समय इसे अचानक छीन लिया गया है। इसके अतिरिक्त, ऑफलाइन डिवाइस लॉक की सुविधा भी है, जो तब सक्रिय होती है जब चोर इंटरनेट कनेक्टिविटी को बंद करने का प्रयास करते हैं। यह उन स्थिति में डिवाइस को लॉक कर देती है, जिससे चोरी की संभावना कम होती है।

रिमोट लॉक की सुविधा

इसके साथ ही, रिमोट लॉक की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे उपयोगकर्ता केवल अपने फ़ोन नंबर और सुरक्षा सवाल का उपयोग करके अपने डिवाइस को दूरस्थ रूप से लॉक कर सकते हैं। यह विकल्प Google की Find My Device सेवा से पहले डिवाइस को सुरक्षित रखने का एक तेज़ और प्रभावी तरीका प्रदान करता है।

ब्राजील में इन सुविधाओं की होगी टेस्टिंग

इससे पहले, एंड्रॉयड विशेषज्ञ मिशाल रहमान ने बताया था कि गूगल ने जून में ब्राजील में इन सुविधाओं की टेस्टिंग शुरू की थी। अब, इनका परीक्षण विभिन्न पिक्सल और अन्य एंड्रॉयड डिवाइस पर किया जा रहा है। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि ये सुविधाएँ अभी तक सभी उपयोगकर्ताओं के लिए पूर्ण रूप से उपलब्ध नहीं हैं।

थेफ्ट डिटेक्शन फीचर

हालांकि, थेफ्ट डिटेक्शन फीचर की पहुँच अभी कुछ विशेष पिक्सल फ़ोनों पर ही सीमित है, और उपयोगकर्ताओं को इसके लिए Google Play सेवाओं के बीटा संस्करण में नामांकन करना होगा। यह नवीनतम सुरक्षा उपाय स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं के लिए एक सकारात्मक कदम है, जो चोरी के मामलों को रोकने और उनके व्यक्तिगत डेटा को सुरक्षित रखने में मदद करेगा।