गूगल मैप्स ने अपने यूजर्स के लिए एक बेहद उपयोगी फीचर लॉन्च किया है। अब यूजर्स किसी भी लोकेशन की वायु गुणवत्ता यानी Air Quality Index (AQI) को चेक कर सकेंगे। इस नई सुविधा का लाभ दुनिया भर में 2 बिलियन से अधिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं को मिलेगा।
इस फीचर को खासतौर पर वायु प्रदूषण की जानकारी को लोगों तक पहुंचाने के लिए डिजाइन किया गया है, ताकि लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रह सकें। Alphabet Inc. द्वारा लाया गया यह फीचर इस हफ्ते से 100 से अधिक देशों में उपलब्ध होगा।
कैसे करें Google Maps पर Air Quality Index चेक?
Google Maps पर इस फीचर का इस्तेमाल करना बेहद आसान है। यूजर्स को सबसे पहले गूगल मैप्स ऐप में जाना होगा और फिर लेयर्स आइकन पर क्लिक करना होगा। यहां Air Quality के ऑप्शन को सिलेक्ट करने पर वे अपनी लोकेशन या किसी भी अन्य क्षेत्र की वायु गुणवत्ता की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। AQI डेटा को हर घंटे अपडेट किया जाएगा, जिससे यूजर्स को ताजातरीन जानकारी मिलेगी।
स्वास्थ्य के लिए क्यों है यह फीचर खास?
AQI फीचर में वायु गुणवत्ता को 0 से 500 के बीच के स्कोर में मापा जाता है। यह स्कोर स्वास्थ्य के आधार पर विभिन्न रंगों में दिखाया जाता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को आसानी से यह समझने में मदद मिलती है कि एयर क्वॉलिटी कितनी अच्छी या खराब है। उदाहरण के लिए, 0 से 50 के बीच का स्कोर हरे रंग में दिखाई देगा, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। वहीं, 401 से 500 के बीच का स्कोर लाल रंग में दर्शाया जाएगा, जो गंभीर वायु प्रदूषण को इंगित करता है।
जब एयर क्वॉलिटी खराब या गंभीर स्तर पर पहुंचती है, तो Google Maps उपयोगकर्ताओं को सावधानी बरतने के सुझाव भी देता है। इनमें बाहरी गतिविधियों को कम करने और घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। इस तरह का फीचर यूजर्स को सही समय पर सही फैसले लेने में मदद करता है, जैसे कि वे घर में ही रहें या यात्रा करें।
स्वास्थ्य के लिए सही फैसले लेने में करेगा मदद
इस फीचर के जरिए यूजर्स अपने आसपास के AQI को देखकर यह निर्णय ले सकते हैं कि उन्हें बाहर निकलना चाहिए या नहीं। 0 से 50 के बीच का AQI अच्छे स्वास्थ्य का संकेत देता है, जबकि 51 से 100 के बीच का AQI संतोषजनक माना जाता है। अगर AQI 101 से 200 के बीच है, तो वायु गुणवत्ता मध्यम स्तर पर मानी जाती है। 201 से 300 के बीच AQI खराब है और इससे संवेदनशील लोगों को परेशानी हो सकती है। वहीं, 301 से 400 के बीच का AQI बहुत खराब माना जाता है और यह स्वस्थ व्यक्तियों पर भी असर डाल सकता है।
गूगल का यह नया फीचर न सिर्फ उपयोगकर्ताओं को वायु प्रदूषण के प्रति जागरूक करता है, बल्कि स्वास्थ्य-संबंधी बेहतर निर्णय लेने में भी उनकी मदद करता है। यह अपडेट गूगल मैप्स को और अधिक उपयोगी बनाता है, जिससे लोग अपने आस-पास की वायु गुणवत्ता को एक सरल और सुलभ तरीके से समझ सकें।