नई दिल्ली: आज के समय में भारत के अधिकांश लोग डायबिटीज की बीमारी की चपेट में है। जिससे छुटकारा पाने के लिए तरह तरह की दवाइयों का उपयोग करते है लेकिन इसके बाद भी इस बीमारी से छुटकारा नही पा रहे हैं। लेकिन आयुर्वेद में एक ऐसा पौधा है जो आपकी इस परेशानी को दूर करने में मदद कर सकता है। इन दिनों आक के पत्ते का इस्तेमाल ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए किया जाने लगा है। इस पत्ते को आयुर्वेद में “मदार” का पौधा भी कहा जाता है।
आक के पत्ते में छुपे है औषधिय गुण
डायबिटीज के इलाज में आक के पत्ते का उपयोग करने से इस रोग से काफी हद तक छुटकारा मिल सकता है। आक के पत्ते बहुत कोमल होने के साथ हरा और सफेद रंग का मिश्रण होता है। सूखने के बाद इसकारंग पीला हो जाता है।
मधुमेह में लाभ भी होगा
आक के पत्तों का उपयोग करने के लिए इन पत्तों को सबसे पहले धूप में सुखाकर पीसकर इसका चूर्ण बना लें। अब रोजाना 10 मिली पानी में मिलाकर इस चूर्ण का सेवन करें। इसके अलावा इस चूर्ण को अपने पैरों के तलुवों में लगाकर मोजे पहनकर सोएं। सुबह उठते ही मोज़े उतार दें। ऐसा नियमित रूप से करने पर आपको मधुमेह में लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।