हमारे हिंदू धर्म में कामधेनु गाय का विशेष महत्व है और हमारे पुराणों के अनुसार ये एक इच्छा पूर्ति गाय है। इसके अलावा हिन्दू संस्कृति में गाय पवित्र पशु मानी जाती है और उसे धर्मीय महत्व दिया जाता है। इसकी मूर्ति को घर में रखने के पीछे कई मुख्य कारण हैं।
कामधेनु गाय की मूर्ति का पहला कारण है धार्मिकता, गाय को हिन्दू धर्म में माता के रूप में पूजा जाता है। उसकी मूर्ति को घर में रखने से लोग उसकी पूजा करते हैं और उन्हें धार्मिक साधना में मदद मिलती है।
इस पवित्र कामधेनु गाय की मूर्ति का दूसरा कारण है आर्थिक सुख। हमारे धर्म में गाय को गोमाता के रूप में पूजा जाता है और उसके द्वारा दुग्ध, घी, दही, आदि उत्पादित होते हैं। इसलिए, उसकी मूर्ति को घर में रखने से लक्ष्मी की कृपा मिलती है और परिवार के आर्थिक संघर्ष में सहायता मिलती है।
इस गाय की मूर्ती को घर में रखने का तीसरा बड़ा कारण है सामाजिक समर्थन। आपको बता दें कि गाय को समाज में सम्मान और संरक्षण का प्रतीक माना जाता है। इसलिए उसकी मूर्ति को घर में रखकर लोग अपने समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देते हैं और उसकी सुरक्षा में सक्रिय रूप से योगदान करते हैं।
इसी तरह, गाय की मूर्ति को घर में पूजनीय स्थान पर स्थापित करना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इस मूर्ति को पूर्व की दिशा में स्थापित करना शुभ माना जाता है, क्योंकि पौराणिक विश्वास है कि सूर्य की उत्तर दिशा में गाय को रखने से लाभ होता है। सूर्य की उत्तर दिशा उष्णतम और ऊर्जावान होती है, जो गाय के द्वारा उत्पन्न किए गए उत्पादों के लिए उपयुक्त होती है।
इस तरह ही गाय की मूर्ति को घर में धार्मिक, आर्थिक, और सामाजिक उपयोग के लिए रखा जाता है, और इसे पूर्व की दिशा में स्थापित करना उत्तम माना जाता है।