नई दिल्ली : आज के समय के बदलते समय के दौर में लोगों की दिनचर्या बिल्कुल से बदल चुकी है। जिसमें खान पान से लेकर रहन सहन की तारीका बदल गया है जिसके चलते लोगों के घर बीमारी का बसेरा भी हो चला है। समय से बालों का पकना या फिर आखों का कमजोर होना सिर्फ बड़े-बुजुर्गों में देखने को नही मिल रहा है अब तो छोटे-छोटे बच्चों से लेकर युवा वर्ग के लोग भी इसमें शामिल हो चुके है।
आज के समय में बचपन से ही बच्चों की आंखों पर चश्मा चढ़ने लग गया है। हालांकि चिकित्सा की प्राचीन पद्धतियों आयुर्वेद में इसका समाधान भी है। जिसका उपयोग आप घर बैठे करने से अपनी आखों की रोशनी को वापस ला सकते है। प्राकृतिक चिकित्सा में आंखों की रोशनी को बढ़ाने आपको रोजाना अपनी नाभि में गाय का घी या बादाम का तेल लगाना होगा। विशेषज्ञों की मानें तो यह घरेलू उपाय इतना काफी कारगर है ऐसा रोज करने से आंखों की रोशनी तेजी के साथ बढ़ जाती है और चश्मा उतर जाता है
बादाम का तेल
बादाम के तेल में अम्लीय यानि एसिडिक की भरपूर मात्रा पाई जाती है। जिसकी तासिर गर्म होती है, इसलिए इसे गर्मी के दिनो में नाभि में ना लगाकर सर्दी के मौसम में इसका उपयोग ज्यादा करें। इसके अलावा यदि देसी गाय का घी मौजूद है तो कोशिश करें कि गाय का घी ही लगाएं।
कैसे लगाएं घी या तेल
देसी गाय के घी की दो से 3 बूंदें रोजाना रात को सोते समय नाभि में लगाने से आपकी आख के साथ होठ भी अच्छे होगें। देसी घी नाभि में न केवल आंखों की रोशनी बढ़ती है बल्कि आंखों की कमजोरी भी दूर होती है। रोजाना घी लगाने से कई बार आंखों से चश्मा भी हट जाता है।