नई दिल्ली। हमारे भागदौड़ भरी दिनचर्या में संतुलित आहार का विशेष महत्व है। जिसका सेवन नियमित रूप से करने से शरीर स्वस्थ रहता है। हमारे खान पान में रोटियां सबसे सही मानी जाती है। इसे बेहद हल्का और संतुलित भोजन माना जाता है। लेकिन इसे बनाने में जब हम ऐसी गलतियां कर देते हैं, तब इसकी असल गुणवत्ता कम हो जाती है। आज हम आपको बता रहे है कि रोटी बनाने में कौन सी गलती आपके शरीर के लिए गलत साबित हो सकती है चलिए जानते है इसके बारे में..
चपाती बनाते समय न करें ये 4 गलती
मल्टीग्रेन आटे का इस्तेमाल ना करें
अक्सर देखा जाता है शरीर को हष्टपुष्ट रखने के लिए लोग तहर तरह के अनाज को मिलाकर मल्टीग्रेन आटा तैयार करते हैं। लेकिन ऐसा आटा हमारी पाचन क्रिया के लिए काफी भारी पड़ता है। हमारा पाचन तत्रं इसे पचाने में असमर्थ होता है।
आप जितना सादा और तरल भोजन करेंगी, पाचन क्रिया के लिए उन्हें पचाना उतना ही आसान हो जाता है। साथ ही पोषक तत्वों का अवशोषण भी बेहतर तरीके से हो पता है। नियमित रूप से रोटी खाने के लिए एक ही आटे का उपयोग करें।
एक समय में एक ही प्रकार के अनाज का सेवन
यदि आप पाचन क्रिया को मजबूत बनाना चाहते है तो एक समय में एक ही अनाज का उपयोग करे यदि सुबह आपने रागी से बने डोसे से नाश्ता किया हैं, तो डिनर में गेहूं या बाजार यानी किसी अन्य अनाज की रोटी खा सकती हैं।
लोहे के तवे पर ही बनाएं रोटी
आज के समय में खाना बनाने के लिये तरह तरह के बर्तन बाजार में आने लगे है। जिसमें ज्यातर लोग रोटी बनाने के लिए नॉन स्टिकी पैन का इस्तेमाल करने लगे हैं। जो गलत है हमें इससे बचना चाहिए,क्योकि नॉन स्टिकी पैन में एक प्रकार का केमिकल होता है, यदि आप इसको लंबे समय तक इस्तेमाल करने से आपके शरीर को डैमेज कर सकता है। ऐसे में आयरन पैन हमारे शरीर के लिए सबसे सही है।
गूंदने के बाद आटे को 10 से 15 मिनट के लिए ढक कर रख दें
चपाती बनाने के लिए आटे का डो तैयार करने के बाद तुंरत ही रोटी ना बनाए बल्कि गुथे हुए आटे को लगभग 10 से 15 मिनट तक के लिए रख देना चाहिए। इससे दो फायदे होते हैं, पहला आपकी चपाती मुलायम बनती है। वहीं दूसरा आटा कुछ देर के लिए फर्मेंट हो जाता है जिससे कि इसमें गुड बैक्टीरिया जुड़ जाते हैं>