नई दिल्ली। आज के समय में डायबिटीज एक आम बीमारी बन चुकी है। इस बीमारी का चपेट में घर का हर एक बंदा इसके चपेट में हैं। इस बीमारी की चपेट में उम्रदराज ही नही अब छोटे बच्चे भी आने लगे है। यदि आप के घर में कोई डायबिटीज से पीड़ित हैं तो न लें किस तरह का लेवल आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इस आर्टिकल में हम आपको ब्लड शुगर से जुड़ी जानकारी दे रहे है कि ब्लड शुगर का कौन सा स्तर डायबिटीज रोगियों के लिए खतरनाक हो सकता है।

अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार, एक सामान्य फास्टिंग ब्लड शुगर यानी सुबह के समय जब आप का पेट पूरी तरह से खाली होता है जिसमें 8 घंटे तक पानी के अलावा कुछ भी ना हो, तब आपका लेवल 100 mg/dLसे कम होना चाहिए है. 100 mg/dL का मतलब है कि आपका ब्लड शुगर सामान्य है। वहीं, अगर अगर फास्टिंग में ब्लड शुगर की रीडिंग 100 से 125 mg/dL के बीच आती है तो इसका मतलब है कि आपके प्री-डायबिटीज (डायबिटीज की शुरुआत) के होने का खतरा है।इसके अलावा जब रीडिंग 125 से ऊपर जाती है तो आपका खतरे की ओर ईशारा कर रहा है।

100 mg/dl से कम- सामान्य

100 mg/dl से 125 mg/dl-प्रीडायबिटीज

126 mg/dl या अधिक –डायबिटीज

हाई ब्लड शुगर के बढ़ने का मतलब होता है आपके खून में शुगर की बहुत अधिक मात्रा है और आपके शरीर में इंसुलिन की कमी हो रही है जो आपके शुगर लेवल को काबू में नहीं कर पा रही। इस स्थिति में मरीज का भोजन से पर्याप्त इंसुलिन नहीं मिल पाना, बहुत कम व्यायाम करना, जरूरत से अधिक खाना-पीना, तनाव, हार्मोनल परिवर्तन और नींद की कमी शामिल है।
जब किसी के हाई ब्लड शुगर के होने का खतरा रहता है तब इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं उस दौरान मरीज को बहुत ज्यादा प्यास लगना, बार-बार यूरीन आना, थकान, नजर धुंधलाना और सिरदर्द, वजन घटना, कमजोरी, अत्यधिक थकान, जैसे लक्षण शामिल हैं।

ब्लड शुगर को काबू रखने का तरीका

डायबिटीज के मरीज कुछ तरीके अपनाकर अपने ब्लड शुगर को काबू में रख सकते हैं. खाने की एक दिनचर्या बनाए, और हर दिन एक ही समय पर भोजन करें,पर्याप्त नींद लें. अपने इंसुलिन लेवल को समय-समय पर चेक करते रहें, खाना खाने से पहले और बाद में इंसुलिन की भी जांच करें ताकि आपको पता हो कि आप कुछ ऐसा तो नहीं खा रहे।