देश में कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 के नए मामले सामने आ रहे हैं, अब तक जेएन.1 के 21 नए मामले सामने आ चुके हैं। नए वैरिएंट की रफ्तार बढ़ने के साथ कोरोना के नए मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है।
कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 के संक्रमण के नए मामले तीन राज्यों गोवा, केरल और महाराष्ट्र से आए हैं। ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने लोगों से इस वैरिएंट से सतर्क रहने की अपील की है। इसके साथ यह भी कहा है कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
जेएन.1 का पहला मामला
कोविड-19 का ये सब-वैरिएंट का मामला सबसे पहले लक्जमबर्ग में मिला था। तो वहीं भारत में जेएन.1 का पहला मामला 8 दिसंबर को सामने आया था, केरल में 79 साल की एक बुजुर्ग महिला इससे संक्रमित हुई थी।
जेएन.1 से संक्रमित मरीजों की हालत?
इस वैरिएंट के संक्रमित लोगों की चपेट में आए लोगों में से लगभग 91 से 92 फीसदी लोग घर पर ही ट्रीटमेंट कर सही हो चुके हैं। जेएन.1 के नए मामलों में से 19 मामले गोवा में दर्ज हुए हैं, केरल और महाराष्ट्र में एक-एक मामला सामने आया। बीते दो सप्ताह में कोविड-19 से जुड़े 16 मरीजों की मौत हो चुकी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने बताया है कि भले ही कोरोना के मामले बढ़ हो, लेकिन 92.8 फीसदी लोग घर पर इलाज कर सही हो चुके। लेकिन ज्यादा कोविड-19 मरीज की अस्पतालों में भर्ती होने की दर में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।
कोविड वैरिएंट JN.1 के लक्षण
कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 के मुख्य लक्षण बुखार,थकान, नाक बहना, गले में खराश, सिरदर्द, खांसी, कंजेशन है और कुछ लोगों को स्ट्रोइंटेस्टाइनल जैसी समस्याएं आयी थीं।
जेएन.1 वैरिएंट से बचाव
हाल ही में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी हुई थी, ऐसे में डॉक्टरों ने लोगों को मास्क पहनने, भीड़भाड़ से बचने और हेल्दी खाना खाने की सलाह दी थी। जेएन.1 वैरिएंट को लेकर भी इन्हीं एहतियाती कदमों को उठाना है। इसमें आपको हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकेंड तक धोना चाहिए, 60 फीसदी अल्कोहल वाले हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाएं, नाक और मुंह को मास्क से अच्छी तरह ढंक कर रखें, सोशल डिस्टेंसिंग मेनटेन करके रखें।