हमारे देश में आयुर्वेद का ज्ञान आदिकाल से दिया गया है। आयुर्वेद में विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियों का इस्तेमाल न सिर्फ रोगमुक्ति के लिए किया जाता है बल्कि शरीर को बलिष्ठ तथा स्वस्थ बनाने के लिए भी किया जाता रहा है। आयुर्वेद में इस प्रकार की कई जड़ी बूटियां बताई गई है। जिनका सेवन मर्दो के लिए अमृत तुल्य माना गया है। ऐसी ही एक ओषधि शतावरी। आज हम आपको इसी के बारे में विस्तार से बता रहें हैं।
प्राचीन काल से की जाती है इस्तेमाल
आपको बता दें कि शतावरी का इस्तेमाल प्राचीन काल से किया जाता रहा है। इसका उपयोग विभिन्न बीमारियों को दूर करने तथा शरीर को बलिष्ठ बनाने में भी किया जाता है। इसके सेवन से पुरुषों को कई समस्याओं में आराम मिलता है। इसमें आपको भरपूर मात्रा में प्रोटीन, शुगर, कैल्शियम तथा आयरन जैसे तत्व मिलते हैं। यह अधिकतर हिमालय तथा उसके आसपास के क्षेत्र में मिलती है। इसका स्वाद कड़वा तथा मीठा दोनों प्रकार का होता है।
शारीरिक क्षमता को बढ़ाती है
शतावरी का सेवन पुरुषों की शारीरिक क्षमता को बढ़ाता है। इसके सेवन से पुरुषों के यौन जीवन पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
प्रजनन क्षमता को बनाये बेहतर
यदि आप रात को सोने से पहले नियमित रूप से शतावरी चूर्ण का इस्तेमाल करते हैं तो यह आपकी प्रजनन क्षमता को बढाती है।
स्वपनदोष को करे दूर
स्वपनदोष की समस्या को दूर करने के लिए आप शतावरी की जड़ का चूर्ण बना लें तथा इसको मिश्री के साथ पीस कर प्रतिदिन सेवन करें।
वजन को घटाए
आप यदि अपने वजन से परेशान हैं तो शतावरी का सेवन कर इस समस्या से निजात पा सकते हैं। आपको बता दें कि शतावरी में घुलनशील तथा अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइवर पाए जाते हैं। अतः वजन कम करने के दौरान यह एक अच्छा आहार भी होता है।
कैंसर को बढ़ने से रोकें
आपको बता दें कि शतावरी में एंटी कैंसर गुण होते हैं जो कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं।
पेट की समस्या होगी दूर
शतावरी में फाइवर पाए जाते हैं जो आपके पेट तथा आंत की समस्या को दूर करने में सहायक होते हैं।