नई दिल्ली। प्राचीन काल में ऋषि मुनि से लेकर समान्य लोग सुबह उठकर अपने सारे काम कर लेते थे। जिससे उनकी सेहत से लेकर वे लोग आर्थिक रूप से भी मजबूत होते थे। लेकिन अब बदलती दिनचर्चा के साथ लोगों के रहन सहन में भी बदलाव हुआ है। लोग सुबह की जगह 8 से 10 बजे उठना पसंद करन लगे है। जिससे इसका असर भी इसान को उसी गति से मिल रहा है।
सुबह देर तक सोने से ना केवल इसका असर आपकी सेहत पर पड़ता है। बल्कि घर में भी नाकारात्मक ऊर्जा का वास होने लगता है। सनातन धर्म में ब्रह्म मुहूर्त (brahma muhurta) में उठना सर्वोत्तम समय माना गया है। इसके अलावा शास्त्रों में ब्रह्म मुहूर्त को दैवीय मुहूर्त कहा गया है इस मुहुर्त में उठने से यदि आप ये काम करते है तो आपको कई फायदे देखने को मिलेगें। आईए जानते है। इसके बारे में..
क्या है ब्रह्म मुहूर्त
शास्त्रों के अनुसार ब्रह्ममुहूर्त का समय सुबह सूर्य़ोदय से एक घंटा 36 मिनट पहले से शुरू होता है। इस काल में ब्रह्म यानी परमात्मा जागृत होते हैं। यह समय परमात्मा के अपनी आत्मा को मिलाने का सबसे सही समय माना गया है। ब्रह्म मुहूर्त का उत्तम और शुभ समय चार बजे से आरंभ होता है और 5 बजकर 30 मिनट तक रहता है।
ब्रह्म मुहूर्त का महत्व
शास्त्रों में कहा गया है कि ब्रह्म मुहूर्त में जागने पर इंसान को बल, विद्या, चैतन्य, बुद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। अगर इस समय में उठकर आप स्नान करके भगवान की भक्ति में लीन होते है तो आपकी प्रार्थना सीधे परमात्मा तक पहुंचती है। इतना ही नही इस समयपढ़ी करने से आपकी बुद्धि तेज होती है।
ब्रह्म मुहूर्त के फायदे
लोग ब्रह्म मुहूर्त में उठकर घर की साफ सफाई करते हैं, उनके घर में देवी देवता और पितरों का वास होने लग जाता है। इससे घर में पितों का वास होने से उनकी कृपा आप पर हमेशा बनी रहती है। घर में सुख समृद्धि आने लग जाती हैं. ब्रह्म मुहूर्त में उठने से शरीर में पॉजिटिव ऊर्जा का संचार होता है
ब्रह्म मुहूर्त में बच्चों को पढ़ाई करने से उनका ध्यान केंद्रित होता है और पढ़ा लिखा अच्छे से समझ आता है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने पर सौंदर्य बढ़ता है और बल में वृद्धि होती है।