नई दिल्ली।मंगलवार को हुई एनडीए की बैठक में सुर्खियों में बना रहा। चिराग पासवान का पीएम नरेंद्र मोदी का पैर छूना और गले लगना। दरअसल मंगलवार को एनडीए की बैठक हुई घटक दलों के साथ प्रधानमंत्री मिलने के लिए खुद वहां मौजूद थे। इस दौरान एनडीए से नाराज चल रहे लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान भी बैठक में सम्मिलित हुए। चिराग पासवान जब प्रधानमंत्री से मुखातिब हुए उस समय उन्होंने शिष्टाचार के नाते प्रधानमंत्री के पैर छुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चिराग पासवान को उठाकर गले लगा लिया। और यह घटना पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई।

विदित हो इससे पहले लोक जनशक्ति पार्टी में आपसी विवाद हुआ और चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस बगावत कर पार्टी में कब्जा जमा लिया। इसके बाद चिराग को एक और झटका तब लगा जब मोदी सरकार में उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी। जिससे नाराज होकर चिराग पासवान ने एनडीए से नाता तोड़ लिया था। लेकिन बिहार में सियासत के उलटफेर के खेल में बीजेपी भी फंसती नजर आई इसके बाद बीजेपी ने छोटे-छोटे दलों के साथ गठबंधन कर बिहार चुनाव में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए चिराग पासवान को भी आमंत्रित किया।

चिराग पासवान ने भी मौके की नजाकत को समझते हुए एनडीए में शामिल होने का निर्णय लिया और वह मंगलवार को औपचारिक रूप से एनडीए में सम्मिलित हो गए। इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चिराग पासवान को एनडीए में शामिल होने का न्योता दिया था।

प्रधानमंत्री का चिराग पासवान को गले लगाना बिहार में बड़ा संदेश माना जा रहा है। क्योंकि आने वाले समय में बिहार में एनडीए गठबंधन मिलकर चुनाव लड़ने वाला है। और नीतीश लालू की जोड़ी बिहार में बड़ा उलटफेर कर सकती है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि युवा नेता चिराग पासवान को बीजेपी फ्रंट में रखकर चुनाव लड़ने का संदेश देती नजर आ रही है। हालांकि हाजीपुर की सीट को लेकर अभी भी चाचा पशुपति पारस और चिराग के बीच तकरार बरकरार है।

इस बीच एनडीए से अलग होने के बाद चिराग पासवान लगातार जनता के बीच जाते रहे हैं और उनकी लोकप्रियता भी काफी बढ़ी है, चिराग को बिहार में युवाओं से बड़ा सपोर्ट मिलता रहा है, और चिराग ने भी चाचा पशुपति पारस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर छूकर यह संदेश देने की कोशिश की है कि, उन्हें शिष्टाचार निभाना अच्छे सेआता है। यह संदेश कहीं न कहीं इमोशनली बिहार के लोगों को उनके साथ जोड़ने का काम करेगी।