आपको बता दें की लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड के डेटा को अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। जिसके कारण सारी तस्वीर साफ़ हो गई है। चुनावी चंदे का सारा डेटा वेबसाइट पर आने के बाद अब यह साफ़ हो चुका है की किस राजनीतिक पार्टी को इलेक्टोरल बॉन्ड के तहत कितना पैसा दिया गया है।
बीजेपी, शिवसेना, कांग्रेस, एआईएडीएमके, बीआरएस सहित अन्य कई राजनीतिक दलों ने चुनावी बांड को भुनाया है। क्षेत्रीय दलों की बात करें तो अकेले टीएमसी को 1,609.53 करोड़ रुपये की धनराशि चुनावी बांड के जरिये मिली है। यह राशि 22 क्षेत्रीय दलों को मिले कुल चंदे की 30 फीसदी है।
बीजेपी को मिला सबसे अधिक चंदा
अब तक जो आकड़े सामने आये हैं, उनसे पता लगा है की बीजेपी को सबसे ज्यादा मिला है। बता दें की बीजेपी को 60,60,51,11,000 रुपये का चंदा मिला है। पिछले सालों की बात की जाए तो बीजेपी को साल 2019 में 19,71,75,01,000 रुपए, 2020 में 73,89,00,000 रुपए, 2021 में 3,72,99,50,000 रुपए, 2022 में 16,76,32,61,000 रुपए, 2023 में 2,02,00,00,000 रुपए और 2024 में 60,60,51,11,000 रुपए का चंदा मिला है।
तृणमूल कांग्रेस दूसरे नंबर पर
चुनावी बांड के जरिये चंदा पाने वाले वालों में टीएससी दूसरे नंबर पर है। आपको बता दें की इस पार्टी को 16,09,53,14,000 रुपये का चंदा मिला है। यह राशि इस माध्यम से चंदा प्राप्त करने वाले 22 क्षेत्रीय दलों की कील राशि 30 फीसदी है।
तीसरे नंबर पर कांग्रेस
चुनावी बांड के जरिये चंदा प्राप्त करने में कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही। बता दें की चुनावी बांड से कांग्रेस को 14,21,86,55,000 रुपए का चंदा मिला है।
अन्य पार्टियों को इतना मिला चंदा
चुनावी बांड से चंदा प्राप्त करने के मामले में यदि अन्य दलों की बात करें तो बता दें की बीजू जनता दल को 7,75,50,00,000 रुपए इलेक्टोरल बॉन्ड के तहत प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा द्रविड़ मुनेत्र कड़गम पार्टी (DMK) को 6,39,00,00,000 रुपए का दान मिला है। इसी क्रम में आम आदमी पार्टी को 65,5,0,00 रुपये दान में मिले हैं।
लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल की बात करें तो इस पार्टी को 72,50,00,000 रुपए चुनावी बांड के तहत दान में मिले हैं। शिवसेना पार्टी को चंदे के रूप में 1,58,38,14,000 रुपए का दान मिला है। जेएमएम को इलेक्टोरल बॉन्ड के तहत 13,50,00,000 का दान मिला है जब की जेडीयू को चुनावी चंदे के रूप में 14,00,00,000 रुपये दान में मिले हैं।