नई दिल्ली। Viral News: मौत ऐसा भयानक पल होता है कि आखिरी समय में लोग अपनी सारी भूली बिसरी बातों को याद करने लग जाते है। फिर चाहें यह पल विदेश में बैठे इंसान का हो, या हमारे देश के लोगों का। मौत का आखिरी लम्हा हर किसी का एक सा होता है। लॉस एंजेलिस के एक हॉस्पिटल की नर्स जूली मैकफैडन ने बताया है कि जब इंसान मौत के आखिरी पल की ओर जाता है तो मरते हुए लोगों के आखिरी शब्द बेहद सरल होते हैं।
अस्पतालों में आए दिन मौतों का नजारा डॉक्टर से लेकर नर्स या फिर वार्ड बॉय को देखना पड़ता है। जो इन मौतों के गवाह होते है। इन लोगों ने रोज मौत के आगोश मे जाते लोगों को देखा है। जिसमें उन्होने बताया कि जब इंसान मरता है तो मरने वाले शख्स के आखिरी अल्फाज क्या होते हैं। इस बात को जानकर यापके भी रोगंटे खड़े हो जाएंगे।
लॉस एंजेलिस की हॉस्पिटल की नर्स जूली मैकफैडन का कहना है कि मरते हुए लोगों के आखिरी शब्द “धन्यवाद, मुझे माफ करना और मैं तुमसे प्यार करता हूं” जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं।
कई मरीज तो मरते हुए अफसोस जताकर जाते हैं कि काश मैने अपने परिवार के लिए यह कर दिया होता, या फिर वो अपने परिवार, शरीर और जीवन के पलों को और सहेज पाते।
कई बार मरीज मौत के करीब होने का अंदेशा जान जाते है और अस्पताल से अपने घर जाने की जिद करने लगते हैं। वह अपने मां बाप और अपने प्रियजनों को अपने करीब देखना चाहते है उनका नाम लेकर उन्हें पुकारने लगते हैं. इसके अलावा कई मरीज अपनी मातृभाषा में भी बात करने लगते हैं।
डॉक्टर सिमरन मल्होत्रा ने बताया कि ज्यादातर बुजुर्ग मौत को करीब देखकर मैं शांति में हूं या फिर मैंने अच्छा जीवन जिया है जैसे शब्दों को बोलते हुए दुनिया से विदा ले लेते हैं।