आज के समय में स्मार्टफोन और इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है, तो वहीं साइबर क्राइम के मामलों में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। हाल के समय में, ऑनलाइन स्कैम और धोखाधड़ी के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली है। लोगों को साइबर अपराध से बचाने के लिए सरकार कई उपाय और सुरक्षा कदम उठा रही है।

दूसरी ओर, साइबर अपराधी भी लगातार नए-नए तरीके खोजकर लोगों को ठगने का प्रयास कर रहे हैं। अब ठगी और धोखाधड़ी का एक नया तरीका सामने आया है, जिसमें साइबर अपराधी लोगों को बिजली चेकिंग के नाम पर अपना शिकार बना रहे हैं।

झूठे बिजली विभाग कर्मचारी कर रहे धोखाधड़ी

वे उपभोक्ताओं को बिजली बिल, मीटर चेकिंग, या कनेक्शन सत्यापन के नाम पर कॉल या मैसेज भेजकर उनकी व्यक्तिगत और बैंकिंग जानकारी चुराने की कोशिश करते हैं। इस तरह के फ़्रॉड में, साइबर अपराधी खुद को बिजली विभाग का अधिकारी या कर्मचारी बताकर लोगों से पैसे वसूलने या उनकी निजी जानकारी हासिल करने की कोशिश करते हैं।

कई मामले हो चुके हैं दर्ज

हाल के दिनों में बिजली चेकिंग के नाम पर धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए हैं, जिनसे सतर्क रहने की आवश्यकता है। जानकारी के अनुसार, साइबर अपराधी खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताकर लोगों के घरों में पहुंच रहे हैं और उनकी जानकारी या पैसे चुराने की कोशिश कर रहे हैं।

मीटर जांच के बहाने ऐंठ रहे पैसे

ये अपराधी बिजली मीटर की जांच करने के बहाने आते हैं कि मीटर में कम रीडिंग आ रही है, जिससे बिजली की खपत कम दिखाई दे रही है। इसके बाद, वे घर के मालिकों पर मीटर से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हैं और कहते हैं कि यह एक अपराध है जिसके लिए भारी जुर्माना या कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।

पुलिस की देते हैं धमकी

जब घर के लोग अपराधियों की बातों से परेशान और घबराए हुए नजर आते हैं, तो ये अपराधी उन्हें और अधिक डराने के लिए पुलिस बुलाने की धमकी देने लगते हैं। वे दावा करते हैं कि मीटर से छेड़छाड़ के कारण घर के मालिक पर धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

ऐसी धमकियों से डरे हुए कई लोग अपराधियों की बातों में आ जाते हैं। स्थिति का फायदा उठाकर ये अपराधी उनसे मामले को रफा-दफा करने के लिए 50,000 रुपये से लेकर 1 लाख रुपये तक की मांग करते हैं। लोग पुलिस केस या मुकदमे के डर से, बिना जांच-पड़ताल किए, उन्हें पैसे दे देते हैं। बाद में उन्हें एहसास होता है कि वे एक ठगी के जाल में फंस गए हैं।